इससे छात्रों को मार्कशीट, डिर्ग्री और ट्रांसक्रिप्ट लेने के लिए कैंपस के चक्कर नहीं काटने पडे़ंगे। इनका विवि की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इन्हें अतिरिक्त फीस जमा करके तत्काल प्राप्त किया जा सकेगा। कुलपति प्रो. एनके तनेजा इसके लिए चार सालों से प्रयासरत थे।

विश्वविद्यालय के लिए यह वर्ष बड़ी उपलब्धि लेकर आया है। छात्र-छात्राओं के सारे प्रमाण पत्र डिजिटलाइज कर दिए गए हैं। ऑनलाइन आरटीआई में कॉपी देखने का ट्रायल शुरू हो गया है। सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों की संख्या मेरठ-सहारनपुर मंडल में एक हजार से अधिक है। इनमें छह लाख के करीब छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। यहां रोजाना 500-600 छात्र-छात्राएं डिग्री, मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट और माइग्रेशन आदि बनवाने आते हैं।

सहारनपुर, बुलंदशहर, गौतमबुद्घनगर से छात्र-छात्राओं को डिग्री एवं मार्कशीट आदि लेने के लिए आना पड़ता है। अब ऑनलाइन आवेदन के बाद छात्र-छात्राएं कहीं से भी फीस जमा कर सकेंगे। यदि तत्काल में प्रमाण पत्र चाहिए तो वह तीन दिन में आकर छात्र समस्या निवारण केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं।

सीसीएसयू की वेबसाइट पर छात्र-छात्राएं दाहिने साइड में दिए स्टूडेंट हेल्प डेस्क विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद जो भी प्रमाण पत्र बनवाना है उसकी जानकारी भरें। ऑनलाइन शुल्क जमा करने के बाद छात्रों को दो विकल्प दिखेंगे।

जिसमें प्रथम विकल्प में तत्काल प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त शुल्क 200 रुपये एवं दूसरे विकल्प में डाक द्वारा प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त शुल्क 100 रुपये जमा करने होंगे। तत्काल प्रमाण पत्र तीन दिन एवं अतिरिक्त सात दिन बाद मोबाइल पर प्राप्त रजिस्ट्रेशन नंबर एवं रोल नंबर द्वारा छात्र लॉगइन पर ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।

 

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