मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने एमफिल कोर्स बंद कर दिया है. इस सत्र से विश्वविद्यालय में एमफिल की पढ़ाई नहीं होगी. नई शिक्षा नीति की वजह से ये बदलाव आया है. विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने इस कोर्स के लिए आवेदन किया था, उनकी फीस लौटाई जाएगी.

कुलसचिव की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लिया गया ये फैसला विश्वविद्यालय से संबंद्ध कैंपस और कॉलेजों में भी लागू होगा. आपको बता दें कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 19 विषयों में एमफिल की पढ़ाई होती है. सीसीयू देश का पहला विश्वद्यालय है जहां एमफिल कोर्स शुरू किया गया था. 1968 से लगातार चल रहा एमफिल कोर्स नई शिक्षा नीति के आने से बंद किया जा रहा है. करीब 34 साल बाद लागू की गई नई शिक्षा नीति को भारत सरकार की मंजूरी मिल चुकी है.

नई शिक्षा नीति आने से मेरठ चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने एमफिल कोर्स बंद करने का फैसला लिया है. अब विद्यार्थी मास्टर डिग्री लेने के बाद पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं. ये फैसला मंगलवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया. कुलपति ने बताया, विश्वविद्यालय ने इस सत्र के लिए एमफिल आवेदकों की फीस लौटाने का भी फैसला लिया.

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