मेरठ : आज के वक्त पढ़े-लिखे लोग भी कैसे झांसे में फंस जाते हैं, इसका ताजा मेरठ में देखने को मिला, जब ठगों ने एक डॉक्टर को 31 लाख रुपये में एक सामान्य लैंप को “अलादीन का चिराग” बताकर बेच दिया. डॉक्टरों को यकीन दिलाने के लिए ठगों ने चिराग रगड़कर जिन्न को बुला दिया. डॉक्टर को बाद में अहसास हुआ कि जिन्न नकली था
पुलिस ने पीड़ित डॉक्टर एलए खान की शिकायत पर चिराग बेचकर ठगी करने वाले इकरामुद्दीन और अनीस को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़ित डॉक्टर एलए खान ने 25 अक्टूबर को पुलिस से शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि कैसे इकरामुद्दीन और अनीस ने उन्हें जाल में फंसाया. डॉक्टर के अनुसार, दोनों ने उनके सामने अलादीन के चिराग को रगड़कर दिखाया तो अचानक एक जिन्न प्रकट भी हुआ, जिसने अरबी कहानियों की तरह पोशाक पहनकर रखी थी. हालांकि बाद में डॉक्टर को अहसास हुआ कि जिसे उसके सामने पेश किया गया, वह कोई जिन्न नहीं था.
तांत्रिक से मिलाकर जाल में फंसाया
डॉक्टर के अनुसार, वह दोनों युवकों से पहली बार उनकी बीमार मां का इलाज करने के लिए मिला था. इसके बाद डॉक्टर अक्सर उनके घर इलाज के लिए जाने लगा. यह सिलसिला करीब एक महीने तक चला. युवकों ने उन्हें बताया कि वे एक बाबा को जानते हैं, जो अक्सर उनके घर आता है.उन्होंने डॉक्टर को बहला-फुसलाकर उस तांत्रिक से मिलने के लिए राजी कर लिया.
1.5 करोड़ में बेचना चाहते थे चिराग
फिर युवकों ने बताया कि उनके पास एक जादुई चिराग है, जिसे वह 1.5 करोड़ रुपये में बेचना चाहते हैं. इस पर डॉक्टर ने उन्हें 31 लाख रुपये डाउन पेमेंट के तौर पर दे दिए. युवकों ने दावा किया कि यह चिराग दौलत-शोहरत और बेहतर सेहत का पैगाम लेकर आएगा. इसे अलादीन का चिराग बताकर डॉक्टर को बेच दिया गया. एक बार तो मुलाकात के दौरान ठगों ने उनके सामने चिराग रगड़ने के बाद “जिन्न” को पेश भी कर दिया, लेकिन बाद में पता लगा कि यह जिन्न कोई चमत्कारिक शक्ति नहीं बल्कि उसकी पोशाक पहने कोई शख्स था.
कई अन्य लोगों को बनाया शिकार
शिकायत के बाद पुलिस ने सुनहरे रंग का वह चिराग और दोनों आरोपियों को धर दबोचा. मेरठ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अमित राय ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने इसी तरह से कई और लोगों को ठगा है. तंत्र विद्या के जाल में भी तमाम परिवारों को फंसाया है. पुलिस इस मामले में अभी एक महिला की भी तलाश कर रही है.