शहर में धुएं का गुबार छोड़ती खटारा बसों के दिन लद गए हैं। अब लोगों को प्रदूषण मुक्त सीएनजी बसों में सफर करने का मौका मिलेगा। इन बसों के संचालन को गति मिल गई है। कानपुर से मेरठ के लिए 80 बसें आने पर मुहर लग गई है। सिटी ट्रांस्पोर्ट कारपोरेशन से बसें लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
एनजीटी के आदेश पर सिटी ट्रांस्पोर्ट की 118 जर्जर बसें परिचालन से बाहर कर कबाड़ में बेची जा रही हैं। इनके स्थान पर 150 सीएनजी बसें चलाने के प्रस्ताव पर मुहर लग चुकी है। इनमें से 80 बसों का प्रबंध कानपुर से किया गया है। मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन लिमिटेड की डिमांड पर कानपुर से बसें भेजी जा रही हैं। इसकी वजह यह है कि कानपुर को पिछले साल 280 बसें दी गई थीं। जबकि वहां पर केवल 100 बसें ही चलाई गई हैं
इसलिए मेरठ को बसें मिलने में कोई अड़चन नहीं आई है। कॉरपोरेशन ने बसें शहर में लाने के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है। स्क्रीन पर दिखेगा स्टापेज का नाम
बसों को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। स्क्रीन पर बस स्टॉप की जानकारी मिलती रहेगी। इससे यात्रियों को अपने स्टॉपेज पर उतरने में सहूलियत होगी।
कानपुर से 80 बसें लाने की अनुमति बोर्ड से मिल चुकी है। कानपुर से भी बात हो चुकी है। जल्द ही बसें शहर में आएंगी और फौरन रूट पर चला दी जाएंगी।
