Modinagar कांवड़ शिविर शिव भक्तों की सेवा में लगाए जाते हैं। इस बार संचालकों को दो साल बाद शिविर लगाने का अवसर मिला है। ऐसी स्थिति के बीच कई शिविर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन रहे है। अधिकारी शिविर लगाने की अनुमति किसको दें यह भी उनके सामने धर्म संकट है। हालांकि प्रशासन उन्हीं लोगों को शिविर लगाने की अनुमति दे रहा है या दे चुका है, जो लोग पहले से शिविर लगाते हुए आ रहे हैं। इस बीच कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां एक शिविर लगाने के लिए दो लोगों ने दावेदारी की है। पिछले दिनों बस अड्डे के पास शिविर लगाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। आलम यह था कि दोनों पक्ष एक दूसरे को चोर बताने लगे।
इस मामले में विधायक डॉ0 मंजू शिवाच को भी अपना दखल देना पड़ा था। बाद में एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने एक पक्ष को अनुमति देते हुए दूसरे पक्ष दावेदारी को निरस्त कर दिया। अब ताजा मामला बिसोखर रोड के सामने सड़क किनारे लगने वाले शिविर को लेकर आया है। यहां का एक पक्ष एसडीएम शुभांगी शुक्ला से मिला। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई कि पिछले दिनों उन्होंने शिविर लगाने के लिए अनुमति मांगी थी, तो उनको अधिकारियों ने मना कर दिया। इसी बीच उसी स्थान पर दूसरे पक्ष ने शिविर लगा लिया जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे पक्ष को शिविर लगाने की अनुमति किस आधार पर दी गई। एसडीएम ने जांच करा कर उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।
Disha Bhoomi
