सत्यम कुमार/भागलपुर. बिहार के बच्चों ने अलग-अलग जगह पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है. अपने बेहतर प्रदर्शन के दम पर हर जगह अपना लोहा मनवाया है. इसी कड़ी में भागलपुर स्थित किलकारी के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर बिहार का नाम रोशन किया है. यहां के 9 बच्चों ने गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज मेडल हासिल किया है. वहीं जब इसको लेकर कोच कुंदन कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिजुत्सु खेल में इन खिलाड़ियों ने अपना जलवा दिखाया है.

जिजुत्सु में भागलपुर के खिलाड़ियों ने लहराया परचम
कोच कुंदन कुमार ने लोकल 18 को बताया कि जिजुत्सु खेल में 9 बच्चों ने मेडल हासिल किया है. सभी बच्चे काफी मेहनती व लगनशील हैं. राष्ट्रीय जिजुत्सु प्रतियोगिता-2024 का आयोजन लखनऊ के चौक स्टेडियम में आयोजित था, जिसमें प्रिंस कुमार ने तमिलनाडु के प्रतिभागी को हराकर निवाजा में गोल्ड मेडल प्राप्त किया और फाइटिंग सिस्टम में हरियाणा के खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल प्राप्त किया. वहीं सावन कुमारी ने मणिपुर के खिलाड़ी को हराकर निवाजा में सिल्वर मेडल और केरल के प्रतिभागी को मात देकर फाइटिंग सिस्टम में सिल्वर मेडल प्राप्त पर कब्जा जमाया.

इसके अलावा पांडिचेरी का प्रतिभागी कोर का पृथ्वी कुमार ने निवाजा में सिल्वर मेडल जीता. जबकि दीपक कुमार ने फाइटिंग सिस्टम में असम के खिलाड़ी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.चांदनी कुमारी ने फाइटिंग सिस्टम में उत्तर प्रदेश के प्रतिभागी को हराकर ब्रांच मेडल प्राप्त किया. वहीं करण कुमार ने जम्मू कश्मीर के प्रतिभागी को हराकर निवाजा में ब्रॉन्ज मेडल जीता. जबकि छोटू तुम्हारा आंध्र प्रदेश के खिलाड़ी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.

प्रिंस ने दो गोल्ड मेडल किया हासिल
गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रिंस कुमार ने लोकल 18 को बताया कि जिजुत्सु व फाइटिंग में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है. उन्होंने बताया कि पिताजी झालमूढ़ी बेचने का काम करते हैं. ऐसे में आर्थिक स्थिति सही नहीं थी, लेकिन पिताजी ने कभी हिम्मत टूटने नहीं दिया और कोच के आग्रह पर प्रशिक्षण के लिए भेज दिया. रोजाना 4 घंटे कुछ कुंदन कुमार के साथ प्रैक्टिस करते हैं. इसी का नतीजा है कि दो गोल्ड मेडल हासिल कर पाया.

प्रिंस ने बताया कि ओलंपिक खेलना चाहते हैं और देश का प्रतिनिधित्व कर वहां भी मेडल जीतना चाहते हैं. इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इस प्रतियोगिता में 28 राज्य से लगभग 1400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था.

जानिए जिजुत्सु कौन सी खेल विधा है
प्रशिक्षक कुंदन कुमार ने बताया कि जिजुत्सु एक ऐसा गेम है, जिसमें मार व बचाव दोनों एक साथ किया जाता है. जो सबसे अधिक बार अपने अपोनेंट को मारता है, उसे उतना अधिक पॉइंट मिलता है. वहीं इसमें बचाव भी सबसे अधिक जरूरी है, यानी कराटा व जूडो का मिश्रण ही जिजुत्सु कहलाता है.

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