Disha Bhoomi

Modinagar पलायन प्रकरण पर शासन स्तर से संज्ञान लिया गया है। प्राथमिक जांच में दोषी पाते हुए आरोपि दारोगा हितेश कुमार का बलिया जनपद में ट्रांसफर किया गया है। पूरे मामले की गोपनीय जांच सीओ सुनील कुमार कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट तैयार कर वह जल्दी ही पुलिस के उच्चाधिकारियों को सौपेंगे। उसके आधार पर आगे की कार्रवाही की जायेंगी। इतना ही नहीं संभावना जताई जा रही है कि इस प्रकरण की गाज कई ओर पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है। शासन स्तर से हुई इस कार्रवाई के बाद निवाड़ी थाने के अन्य पुलिस कर्मियों की बेचौनी बढ़ी हुई है।
बताते चले कि करीब एक माह पूर्व निवाड़ी थानान्तर्गत गांव सारा में गोकशी हुई थी, जिसमें मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। लोगों का आरोप है कि गांव निवासी एक हिस्ट्रीशीटर की शह पर पुलिस ने कई युवाओं को हिरासत में लिया था। जब उनके परिजनों ने पुलिस को युवाओं को छोड़ने की एवज में रिश्वत देने से मना किया तो युवाओं को हवालात में रखकर पीटा गया। इससे परेशान होकर सारा गांव के सानिद, यामीन, राहिल, कामिल, शौकीन, सलीम, इस्तेखार समेत दर्जनभर से अधिक लोगों ने रविवार को अपने घर पर पलायन का नोटिस चस्पा कर दिया था। जिसके बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। इस मामले में कार्रवाही करते हुये पुलिस ने गांव निवासी भोला दो दिन पहले को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इतना ही नही पूरे मामले पर लखनऊ से संज्ञान लिया गया। गांव सारा के लोगों ने एसएसपी मुनिराज से भी मामले की शिकायत की थी। शासन ने संज्ञान लेते हुये सारे मामे की गोपनीय जांच के आदेश दिए ओर निवाड़ी थाने में तैनात दरोगा का तबादला जनपद बलिया कर दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सास ली है।

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