Ghandhinagar गुजरात विधानसभा में जुलाई महीने में एक दिवसीय सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें छात्र विधायकों के रूप में उनकी जगह बैठेंगे। इस संबंध में योजना तैयार कर ली गई है और इसे विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आधिकारिक रूप से स्वीकृति भी दे दी गई है।
राज्य भर से किया जा रहा छात्रों का चयन
कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ रहे 182 छात्रों के लिए एक युवा संसद का आयोजन किया जा रहा है। एक दिवसीय सत्र के लिए बुलाए जाने वाले इन छात्रों का चयन राज्य के कोने-कोने से किया जा रहा है। बहुत जल्द पूरे कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। इस योजना के अमल के लिए सभी मीटिंग हो गईं हैं और पूरे ऑपरेशन को स्कूल पोस्ट संस्था को सौंप दिया गया है।
CM और विपक्ष का नेता भी स्टूडेंट ही होंगे
इस सत्र के दौरान 182 छात्रों को विधायक कहा जाएगा। इन्हीं छात्रों में से एक छात्र मुख्यमंत्री भी होगा और एक छात्र विपक्ष का नेता होगा। एक छात्र अध्यक्ष होगा और शेष 179 छात्र विधायक होंगे।
सत्र के दौरान होंगे सवाल-जवाब
विधानसभा सत्र के दौरान एक प्रश्न और उत्तर सत्र उसी तरह आयोजित किया जाएगा जैसे आम सभा सत्र आयोजित किया जाता है। यानी कि जिस तरह सत्र के दौरान सवाल-जवाब किए जाते हैं। वैसा ही स्टूडेंट्स भी करेंगे।
राजनीतिक गतिविधियों से वाकिफ हो सकेंगे किशोर
इस सत्र का आयोजन करने का उद्देश्य किशोरों को लोकशाही व राजनीतिक गतिविधियों से वाकिफ कराना है। इसी के चलते सत्र में विधायक व मंत्री बने स्टूडेंट्स 17-18 वर्ष के ही होंगे। यानी कि अगले एक-दो साल में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
स्टूडेंट्स की चयन प्रक्रिया शुरू
इस पूरे आयोजन की जिम्मेदारी स्कूल पोस्ट संस्था को सौंपी गई है। इस संस्था से जुड़ी श्रुति राजवंशी ने बताया कि हमने स्टूडेंट्स की चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। किस जिले के किस स्कूल से स्टूडेंट्स इनवाइट करना है। इसकी भी विस्तृत डीटेल्स तैयार कर ली है। फाइनल प्रोसेस अगले 15 से 20 दिनों में हो जाएगी।
400 अन्य स्टूडेंट्स को भी आमंत्रित किया जाएगा
इस सत्र के लिए 400 अन्य स्टूडेंट्स को भी आमंत्रित किया जाएगा, जो इस सत्र के मेहमान होंगे। इन स्टूडेंट्स को दर्शक दीर्घा में बैठाया जाएगा। इस प्रकार इस युवा संसद को विधान सभा की कार्यवाही की तरह ही आयोजित किया जाएगा।
युवा सत्र से भाजपा को लाभ
बता दें, इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस समय भाजपा का सबसे अधिक फोकस युवाओं पर ही है। युवा संसद में मौजूद छात्र भी निकट भविष्य में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे तो इससे वे भाजपा के और करीब आएंगे।