साइबराबाद में पुलिस ने एक बड़े नकली हेलमेट रैकेट का भंडाफोड़ किया है। जिसमे हेलमेट पर फर्जी आईएसआई  मार्क लगाकर बेचा जा रहा है। गिरोह का जाल पूरे देश में फैला हुआ है। पुलिस जांच में गिरोह के तार उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद से जुड़े मिले हैं। पुलिस ने इस तरह की फैक्ट्रियों को चिन्हित कर छापेमारी के लिए टीम गठित की है।

पुलिस के सूत्रों के अनुसार विशेष टीम ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऐसी विनिर्माण कंपनियों की पहचान की और धीरज कुमार और अनिल कुमार को गिरफ्तार किया, जब वे इस तरह की कम गुणवत्ता वाले नकली आईएसआई मार्क वाले हेलमेट्स का शहर में निर्माण और आपूर्ति कर रहे थे। पुलिस द्वारा जारी जानकारी के अनुसार उन्होंने शहर में O2 हेलमेट्स (आर्शिवाद हेलमेट्स एंड एसेसरीज द्वारा निर्मित) के नाम से बनाने का यूनिट लगाया हुआ था। इस
के अलावा वेलफेयर, हुड और ड्यूरो हेलमेट्स (वेलफेयर एंटरप्राइजेज द्वारा निर्मित) किए जा रहे थे। इस संबंध में, पुलिस ने उनके खिलाफ 10 एफआईआर (आपराधिक मामले) दर्ज किए और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

साइबराबाद पुलिस ने पता लगाया है कि रैकेट की जड़ें गाजियाबाद (यूपी) में थीं। गैर आईएसआई हेलमेट पर प्रतिबंध के बावजूद, कई छोटी निर्माण इकाइयों ने गाजियाबाद में अपना आधार विकसित कर लिया है और नकली आईएसआई हेलमेट के निर्माण के लिए गाजियाबाद को एक प्रसिद्ध हब में बदल दिया है।

ट्रैक्स, एक प्रमुख एनजीओ, जो कि बीते 11 सालों से सड़क सुरक्षा के लिए समर्पित है, ने संबंधित सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है क्योंकि इन निम्न गुणवत्ता वाले नकली आईएसआई मार्क वाले हेलमेटों की वजह से कई निर्दोष लोगों की ज़िंदगी दांव पर लग रही है। इन नकली हेलमेटों को देश भर में कोने कोने में नुक्कड़ों और सड़क पर बेचा और वितरित किया जाता है।

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