Disha Bhoomi

New Delhi – भाजपा 1990 के बाद से राज्यसभा में 100 का आंकड़ा छूने वाली पहली पार्टी बन गई है। गुरुवार को हुए चुनाव में असम, त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है। इसके बाद भाजपा पहली बार राज्यसभा में 101 सदस्य होने की उपलब्धि पर पहुंच गई है। ऊपरी सदन में 32 साल बाद किसी पार्टी ने इस आंकड़े को हासिल किया है।
हाल ही में छह राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव हुए। इसमें असम में 2 सीट, हिमाचल प्रदेश में 1, केरल में 3, नागालैंड में 1, त्रिपुरा में 1 और पंजाब की 5 सीटें शामिल हैं। भाजपा ने पंजाब से अपनी एक सीट खो दी, लेकिन नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्यों और हिमाचल प्रदेश से एक-एक सीट पर जीत हासिल की।
राज्यसभा की वेबसाइट ने अभी तक नए टैली की नोटिफिकेशन जारी नहीं की है। वर्तमान में भाजपा के सदस्यों की संख्या 97 है। हाल ही में हए चुनावों में उसे चार सीटों पर जीत हासिल हुई है। इसके बाद राज्यसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 101 पहुंच जाएगी। वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले NDA के पास अब राज्यसभा में 117 सदस्य हैं।
राज्यसभा में कुल 245 सदस्य हैं और बहुमत का आंकड़ा 123 होता है। भाजपा धीरे-धीरे बहुमत की ओर बढ़ रही है। 2014 में राज्यसभा में भाजपा की सीटें 55 थी और तब से लगातार बढ़ रही हैं, क्योंकि पार्टी ने कई राज्यों में सत्ता हासिल की है।
1988 में कांग्रेस के पास 108 सदस्य थे। फिर 1990 में हुए द्विवार्षिक चुनावों के बाद संख्या गिरकर 99, 2012-13 के बीच 72 पहुंच गई और अभी तक कांग्रेस के सदस्यों की संख्या में गिरावट जारी है।
हालांकि, राज्यसभा में भाजपा की पकड़ कमजोर हो सकती है, क्योंकि लगभग 52 और सीटों के लिए जल्द ही कई राज्यों में मतदान होगा। आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड जैसे राज्यों में उलट फेर होने की उम्मीद है।
पंजाब की पांचों राज्यसभा सीट पर AAP के उम्मीदवार निर्विरोध जीते। इनमें दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक राघव चड्ढा, क्रिकेटर हरभजन सिंह, संदीप पाठक, संजीव अरोड़ा, और अशोक मित्तल शामिल हैं।

 

 

 

 

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