Modinagar। शत्रु संपत्ति के मामले ने अब तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक कार्रवाही के विरोध में लोग सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे है, वही लोगों ने आंदोलन के पहले चरण में तहसील में जमकर प्रदर्शन कर अपनी मांगों से संबन्धित ज्ञापन एसडीएम को सौपा, और चेतावनी दी कि अगर उनके घर, मकान, दुकानों पर आंच आई तो वह सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे। एसडीएम ने डीएम को रिपोर्ट भेज कर उनकी हर संभव मदद कराने का भरोसा दिया।
जिला पंचायत सदस्य अनिल गौतम, अमरपाल प्रधान, बसपा नेत्री डाॅ0 पूनम गर्ग, पतला के चेयरमैन मनोज शर्मा बड़ी संख्या में सीकरीखुर्द व आसपास की कालोनियों के सैकड़ों लोगों के साथ तहसील पहुंचे। उन्होंने एसडीएम कार्यालय के बाहर घंटों तक नारेबाजी की। नाराज लोग एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन उनकी पुश्तैनी संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित करने पर उतारू है। बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं, जिन्होंने संपत्ति को बैनामे से खरीदा है, जबकि बड़ी तादाद में लोगों को यह संपत्ति विरासत में मिली। कई लोगों के पास 80 से 90 साल पुराने बैनामे भी है। ऐसी स्थिति के बीच लोगों को अचानक से बताया जा रहा है कि उनकी संपत्ति शत्रु संपत्ति है। प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में चकबंदी व प्रशासनिक अधिकारियों पर लोगों को बेघर कराने का आरोप लगाया। कहा कि इस प्रकरण में कुछ नेताओं का भी हाथ है। जिनको इस बार सबक सिखाने का काम किया जाएगा। लोगों के बीच पहुंची एसडीएम शुभांगी शुक्ला को उन्होंने ज्ञापन सौपा। कहा कि उनकी संपत्ति पर आंच आई तो वह सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे। लड़ाई आरपार की लड़ी जाएगी। एसडीएम ने आश्वस्त किया कि वह इस पूरे मामले की रिपोर्ट डीएम को भेजेंगी। उनके साथ कुछ भी अनुचित नहीं होने दिया जाएगा। गौर हो कि सीकरी खुर्द व उसके आसपास के करीब 18 सौ बीघा जमीन को शत्रु संपत्ति अभिकरण ने पिछले दिनों शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया था। प्रशासन इस जमीन पर कब्जा लेने की तैयारी में है। इस जमीन के बैनामे भी बंद हो चुके हैं। इस कार्रवाही से लोगों में खासी नाराजगी है। संभावना है कि प्रशासनिक कार्रवाही को अगर नही रोका गया तो पीड़ित लोग बड़ा आंदोलन करने के मूंड में है।