गोण्डा-लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं के पेंशनार्थियों व किसानों को एडवाॅन्स में पेंशन देकर की आर्थिक मदद जिलाधिकारी डाॅ0 नितिन बंसल
श्याम बाबू कमल, गोंडा
जिले में विभिन्न पेंशन योजनाओं के तहत लाथार्थियों के खातों में भेेजी गई 31 करोड़ 91 लाख 86 हजार रूपए की धनराशि*
गोंडा कोरोना वैश्विक महामारी के दरम्यान केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न पेंशन लाभार्थियों को एडवान्स में आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने बताया कि कोविड-19 के कारण लाॅक डाउन से इस वित्तीय वर्ष में जिल में 53221 विधवा पेंशन लाभार्थियों को प्रथम तिमाही की किस्त 1500 रूपए व प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 01 हजार रूपए अतिरक्ति प्रति लाभार्थी की दर से प्रति लाभार्थी को ढाई हजार रूपए सहित कुल 13 करोड़ 30 लाख, 52 हजार पांच सौ रूपए की धनराशि उनके बैंक खातों में भेजी गई। इसी प्रकार वृद्धावस्था पेंशन के 01 लाख 05 हजार 219 लाभार्थियों को प्रथम 1500 रूपए त्रैमासिक किस्त के रूप में 15 करोड़ 78 लाख 28 हजार 500 रूपए की धनराशि उनके खातों में भेजी गई। दिव्यांग पेेंशन के 18870 लाभार्थियों को प्रथम त्रैमासिक किस्त के रूपए में प्र्रति लाभार्थी 1500 रूपए के हिसाब से 02 करोड़ 83 लाख 05 हजार रूपए की धनराशि लाभार्थियों के खातों में भेजी गई है।
बताते चलें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 के दौरान प्रदेश की जनता का विशेष ध्यान रखा है। किसी भी जिले, कस्बे, गाँव में कोई भी व्यक्ति आर्थिक परेशानी में न आये, इसके लिए प्रत्येक स्तर पर समीक्षा करते हुए आर्थिक सहायता दी गई है। सरकार ने प्रदेश में वृद्धावस्था, किसान पेंशन योजना के अन्तर्गत पेंशन प्राप्त करने वालों, पति की मृत्योपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना, दिव्यांगजन पेंशन योजना सहित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत समस्त पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में एडवास में पेंशन की धनराशि भेज दी है। इसके अतिरिक्त सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनान्तर्गत भारत सरकार से प्राप्त विशेष पैकेज की धनराशि की भी प्रत्येक निराश्रित महिला पेंशनधारकों के खातों में एक-एक हजार रूपये की धनराशि भेजते हुए आर्थिक सहायता की है। गरीब, मजदूर, प्रवासी श्रमिक, कारीगर, कामगार, शहरी गरीब आदि समस्त जरूरतमंदों को प्रदेश सरकार ने आर्थिक मदद दी है।
कोरोना वायरस के कारण लाॅकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा समस्या गरीब तबकों, दैनिक श्रमिकों, कारीगरों, निराश्रित लोगों को खाद्यान्न एवं आवश्यक भौतिक वस्तुओं के क्रय की थी, जिसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी। मुख्यमंत्री जी ने ऐसी समस्याओं के निदान के लिए प्रदेश के समस्त प्रकार के पेंशनधारकों के खातों में प्रथम त्रैमास की पेंशन धनराशि भेजते हुए उन्हें आर्थिक सम्बल प्रदान किया। प्रदेश सरकार ने गतवर्ष ही वृद्धावस्था किसान पेंशन की धनराशि 400 रूपये से बढ़ाकर 500 रूपये प्रतिमाह कर दी थी। 60 वर्ष से अधिक आयु के समस्त पात्र वृद्धजनों को सरकार ने 500 रूपये प्रतिमाह की दर से प्रथम त्रैमास की पेंशन सम्बन्धित लाभार्थी के खातों में भेज दी। प्रदेश में 49,87,054 वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों के बैंक खातों में 74805.81 लाख रूपये स्थानान्तरित करते हुए लाभान्वित किया गया है। प्रदेश में इस योजनान्तर्गत वर्ष 2019.20 में कुल 47,99,480 पात्र पेंशनार्थियों को 262860.09 लाख रूपये का पंेशन के रूप में भुगतान किया गया। उसी तरह प्रदेश में पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजनान्र्गत पात्र समस्त 26.07 लाख पेंशनार्थियों के खातों में 500 रूपये प्रतिमाह की दर से पेंशन की धनराशि भेज दी गई। कोरोना के दृष्टिगत मा0 प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत दिये गये विशेष पैकेज के रूप में समस्त पात्र लाभार्थियों को नियमित अनुदान के साथ ही 1000 रूपये की अतिरिक्त धनराशि भी प्रदान की गई। निराश्रित महिलाओं को उक्त पेंशन के साथ विशेष पैकेज की अतिरिक्त 1000 रूपये मिलने से उन्हें आर्थिक मजबूती मिली, जिससे उनका पालन-पोषण अच्छी तरह होता रहा।