रामपाल के मुताबिक, रविवार की रात राहुल ने राजकमल को फोन किया और पारिवारिक विवाद को निपटाने के लिए अपने पास बुलाया। फोन पर राहुल ने कहा कि घर में जो विवाद चल रहा है, उसका आज बैठकर फैसला कर लेंगे। इसके बाद राजकमल राहुल के द्वारा बताई जगह पर पहुंचा। वहां पहले से ही राहुल और उसका दोस्त मिटू मौजूद थे। आरोप है कि राजकमल के आते ही उन्होंने गाली-गलौज करते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं, जिसमें एक गोली जाकर राजकमल के पेट में लगी और वह जमीन पर गिर पड़ा। गोलियों की आवाज सुनकर आसपड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे तो, देखा कि राजकमल धरती पर लहूलुहान हालत में पड़े थे। जबकि, राहुल व मिटू वहां से फरार हैं। आनन-फानन में राजकमल को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए मेरठ के अस्पताल में रेफर किया गया। मेरठ के अस्पताल में उनकी मौत हो गई। सूचना पर उनके पिता रामपाल मोदीनगर पहुंचे। सोमवार सुबह आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी

इस बारे में एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि मृतक के पिता रामपाल की तरफ से तहरीर मिली है। मामले में राहुल उर्फ कालू व मिटू के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तमाम बिदुओं पर मामले की जांच चल रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

पहले भी हत्या के तीन मुकदमों में राहुल है नामजद

-पुलिस रिकार्ड के अनुसार राहुल चौधरी के खिलाफ पहले भी हत्या के मामले में तीन मुकदमें दर्ज हुए हैं। इसके अलावा अन्य मामलों में भी वह नामजद रहा है।