मोदीनगर। खाना ना देने से नाराज (63) वर्षीय व्यक्ति ने डंडे से पीट-पीटकर अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारा दिया। हत्या करने के बाद आरोपी पति खुद ही पुलिस चैकी पहुंच गया। आरोपी अत्याधिक शराब पीने का आदी था और अक्सर घर में उसका विवाद होता रहता था। पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
गांव सीकरीखुर्द निवासी बिजेंद्र सिंह अपनी (61) वर्षीय पत्नी सरला देवी व पुत्र राहुल कुमार व मोहित के साथ रहता है। दोनों पुत्र शादीशुदा हैं। बिजेंद्र सिंह ट्रक चलाने का काम करता था और अब काफी समय से घर पर ही था। परिजनों ने बताया कि बिजेंद्र सिंह अत्याधिक शराब पीने का आदी था। वह सुबह से शराब पीने में लग जाता था। इस बात को लेकर उसका अपनी पत्नी व पुत्रों से विवाद होता रहता था।
शुक्रवार रात को सरला देवी घर में नीचे के कमरे में चारपाई पर सो रही थी। उनका पुत्र राहुल मकान की प्रथम मंजिल पर परिवार के साथ सो रहा था। बताया जा रहा है कि बिजेंद्र सिंह रात को करीब एक बजे के आसपास शराब के नशे में अपने घर पहुंचा। घर पहुंचते ही उसने सरला सिंह से खाना देने की बात कही। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी जब सरला देवी की आंख नहीं खुली तो वह आग बबूला हो गया।  पहले तो वह गंदी-गंदी गाली देने लगा और फिर कमरे में पड़ा डंडा उठाकर चारपाई पर सो रही सरला देवी के सिर पर मारना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि करीब दस मिनट से अधिक समय तक वह डंडा महिला के सिर पर मारता रहा। चीख पुकार की आवाज सुन मौके पर पहुंचे पुत्र राहुल ने किसी तरह उसे रोका। लेकिन तब तक सरला देवी की मौत हो चुकी थी। पत्नी की हत्या करने के बाद बिजेंद्र सिंह पैदल ही डंडा हाथ में लेकर घर से निकल गया। वह गांव सीकरी खुर्द से दिल्ली मेरठ मार्ग पर गांव सीकरी कलां स्थित शहाबनगर पुलिस चैकी पर रात दो बजे पहुंचा। चैकी पर पहुंचकर उसने पहले पुलिसकर्मियों को उठाया। जब पुलिसकर्मी जाग गए तो उसने बताया कि वह अपनी पत्नी की हत्या करके आया है। पहले तो पुलिसकर्मियों को विश्वास नहीं हुआ लेकिन जब हाथ में खून से सना डंडा देखा तो वह हक्के बक्के रह गए। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे लेकर थाने पहुंचे और आला अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। सीओ मोदीनगर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पति द्वारा अपनी पत्नी की डंडे से पीट पीटकर हत्या की गई है। पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने बिजेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हत्या करने का नहीं है पछतावा
हवालात में बंद बिजेंद्र सिंह के चेहरे पर कोई पछतावा नहीं है। जब बात की तो उसने बताया कि मैं तो काफी पहले से हत्या करने का प्लान बना रहा था, लेकिन मौका नहीं मिला। उसने बताया कि दोनों बेटे मेरी सरेआम बेइज्जती करते थे और यह उनका साथ देती थी। जिल्लत की जिंदगी से परेशान हो गया था, इसलिए यह कदम उठाया।

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