जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में ग्रेनेड हमले में घायल सीआरपीएफ के एएसआई नेत्रपाल सिंह ने मंगलवार को इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। 23 दिसंबर को आतंकियों ने सीआरपीएफ पार्टी को निशाना बनाकर ग्रेनेड हमला किया था। बुधवार को इगलास क्षेत्र के भौरागांव के गड़ा खेरा पिसाय में शहीद नेत्रपाल सिंह का अंतिम संस्कार होगा। नेत्रपाल की शहादत की खबर से घर में मातम छाया हुआ है।

इगलास के गांव गड़ा खेरा पिसाय में वर्ष 1971 को जन्मे नेत्रपाल सिंह की 18 साल की आयु में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। पांच भाइयों में चौथे नंबर के नेत्रपाल की तीन बहनें हैं। नेत्रपाल के साले दिनेश कश्यप ने बताया कि बुधवार को नेत्रपाल का पार्थिव शरीर अलीगढ़ पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें दो बार पदोन्नति मिल चुकी थी। दिनेश ने बताया कि जीजा की मौत की खबर परिवारजनों को मंगलवार सुबह हुई। 23 दिसंबर को जब वह घायल हुए थे, तब से सेना के अधिकारी लगातार उनसे वीडियो कॉल करा रहे थे।

दो साल पहले की थी बेटी की शादी
नेत्रपाल सिंह ने अपनी बड़ी बेटी सपना की शादी वर्ष 2018 में अलीगढ़ के कपिल विहार में की थी। नेत्रपाल के शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम गच गया है। पत्नी सुमन, बेटी सपना, शिवानी, बेटे जतिन, हर्ष का रो-रोकर बुरा हाल है।

बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए आ गए थे अलीगढ़
शहीद नेत्रपाल सिंह करीब 20 साल पहले गांव गड़ा खेरा पिसाय, इगलास से आकर महानगर के थाना बन्नादेवी इलाके के बीमा नगर में आकर बस गए थे। दिनेश के अनुसार, जीजा अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अलीगढ़ आए थे। नेत्रपाल की ससुराल भी अलीगढ़ में है।

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