छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार शहीद हो गए। जवान की शहादत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। उनका पार्थिव शरीर सोमवार सुबह उनके पैतृक आवास पहुंचा।
इससे पहले मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा से सीआरपीएफ वाहन जब शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर निकला तो टोल पर तैनात कर्मी ने उन्हें सैल्यूट कर श्रद्धांजलि दी।
मुजफ्फरनगर जनपद के गांव पचेंडा कलां निवासी विकास कुमार सिंघल सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में डिप्टी कमांडेंट थे। आज सुबह जैसे ही उनके पार्थिव शरीर को लेकर सीआरपीएफ का वाहन उनके आवास पर पहुंचा तो हर किसी की आंख नम हो गई।
शहीद जवान के आवास पर सोमवार रात से ही लोगों का तांता लगा हुआ है। वहीं सुबह से ही उनके आवास पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। हर कोई शहीद की एक झलक पाने को बेताब दिखा। वहीं शहीद के पिता का कहना है कि उनका बेटा देश के लिए कुर्बान हो गया इससे बड़ा गौरव कुछ नहीं हो सकता।
एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाई गई आईईडी सुरंग में हुए विस्फोट में डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार सिंघल शहीद हो गए।
उनका पार्थिव शरीर देर रात तक उनके गांव पहुंचेगा। एडीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शहीद के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता, गांव में सड़क का नाम शहीद के नाम पर और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।