Modinagar निवाड़ी थानान्तर्गत गांव सारा में करीब 25 से 30 परिवारों के पलायन का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस से नाराज एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों के बाहर पलायन करने के पोस्टर लगा लिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर बदमाश के इशारों पर दरोगा उत्पीड़न कर रहा है। इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस के अलाधिकारियों ने सारे मामले की जांच गोपनीय तरीके से कराने की बात कही है। इसके लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी को जांच अधिकारी जांच कर रिपोर्ट सौपेंगे।
गांव सारा के ग्रामीणों ने शनिवार को मोदीनगर तहसील पर प्रदर्शन कर उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया था। ग्रामीणों का आरोप है कि ज्ञापन देने के बाद शनिवार रात को हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने फिर से निवाड़ी पुलिस का रौब दिखाकर जमकर गाली-गलौच की थी। इतना ही नहीं आरोप है कि निवाड़ी पुलिस ने भी सादी वर्दी में पहुंचकर गाली गलौच की गई थी। इस बात से नाराज होकर गांव सारा में दो दर्जन से अधिक लोगों के मकान पर पलायन व ग्रामीण गांव छोड़ने को हुए मजबूर के पोस्टर लगा लिए हैं। मोमिन, तैयब, तौसिफ, शौकिन, राहिल, सानिद, यामीन, सलीम, कामिल व इस्ताखर सहित 25 से 30 घरों के दरवाजे पर इस तरह के पोस्टर लगे हुए है।
हिस्ट्रीशीटर के कहने पर उत्पीड़न करने का आरोप
पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि निवाड़ी थाने में तैनात एक दरोगा हिस्ट्रीशीटर बदमाश के कहने पर ग्रामीणों का उत्पीड़न कर रहा है। निवाड़ी पुलिस जब चाहे किसी भी घर में घुसकर किसी को भी उठाकर ले जाती है। पोस्टर लगते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीओ सुनील कुमार सिंह गांव सारा पहुंचे और ग्रामीणों को निष्पक्ष कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। सीओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि ग्रामीणों के आरोपों की गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। दोषियों के विरूद्व कठोर कार्रवाही की जायेंगी। गांव से किसी भी ग्रामीण को पलायन नहीं करने दिया जाएगा।