मिशन शक्ति में हर थाने में महिला डेस्क बनी है। इससे महिला उत्पीड़न के मामलों में आरोपितों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। मगर, हेल्प डेस्क तक मामूली घरेलू विवाद में चूल्हा, चैका तक की शिकायतें पहुंची हैं। कहीं घर में आपसी बंटबारे में पेशबंदी के मामले सामने आए हैं। कोई महिला अपनी सास पर मनमर्जी का खाना न बनाने का आरोप लगा रही है तो कोई ससुर पर घर से बाहर न जाने की बात कह रही है। वहीं, बीते 15 दिन में महिला हेल्प डेस्क पर महिला उत्पीड़न की करीब आधा दर्जन शिकायतें आई हैं।
केस नंबर एक
. थानान्तर्गत काॅलोनी निवासी एक महिला ने महिला हेल्प डेस्क पर शिकायत की कि उसका जेठ बाथरूम में ताकझांक करता है। शिकायत पर आरोपित जेठ को कोतवाली बुलाया तो पता चला कि महिला से मकान बंटवारे का विवाद चल रहा है। इससे वह पहले भी ऐसे आरोप लगा चुकी है। सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस भी हैरत में पड़ गई।
केस नंबर दो
. थानान्तर्गत काॅलोनी निवासी एक महिला ने अपने ससुर पर आरोप लगाया कि वह उसको बाहर नहीं निकलने देते हैं। पूरी तरह से बंदिशें लगा दी हैं। वह जरूरी सामान खरीदने बाजार भी नहीं जा सकती। उसको मायके भी नहीं जाने दिया है। पुलिस ने उसके पति को बुलाया तो पता चला कि महिला घर में खाना ही नहीं बनाती है। सुबह, शाम होटल से खाना मंगाती है। दिन भर बाजारों में ही घूमती है। इस पर उसको डांटा था।
केस नंबर तीन
. थानान्तर्गत काॅलोनी निवासी एक महिला चार दिन पहले थाने पहुंची। उसने महिला हेल्प डेस्क पर बताया कि उसका पति बाहर रहता है। उसकी सास उसका उत्पीड़न करती है। उसके मायके वाले आते हैं तो वह उनको खाना भी नहीं खिलाने देती है। उसकी सास से पुलिस ने पता किया तो बताया कि उल्टा वह अपनी सास को खाना नहीं देती है। पड़ोसियों ने भी इस बात की पुष्टि की तो शिकायत करने वाली महिला को फटकार लगाई।
थाना प्रभारी निरीक्षक जयकरण सिंह कहते है कि महिला उत्पीड़न के मामले रोकने को सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनी हैं। मगर, कई शिकायतें घर के मामूली विवाद की हेल्प डेस्क तक पहुंची हैं, हालांकि उन शिकायतों का भी निस्तारण तुरंत कराया जाता है।