मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी परियोजना में तेजी आ गई है। इसके लिए सलाहकार के तौर पर सीबीआरई साउथ एशिया कंपनी को चुन लिया गया है। यह कंपनी दो महीने में इस परियोजना की डीपीआर तैयार करेगी। यह अमेरिकन कंपनी बताएगी कि फिल्म सिटी किस तरह व किस पैटर्न पर बनाया जाए। यह फिल्म सिटी यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ जमीन पर बनेगी।
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि सोमवार को फाइनेन्सियल बिड शाम चार बजे खोली गई। जिसमें सीबीआरई साउथ एशिया कंपनी ने बाजी मारी। फर्म द्वारा डीपीआर 60 दिन की अवधि में प्राधिकरण में जमा करवाई जायेगी । यह कम्पनी न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है । फॉर्च्यून 500 कम्पनी में इसका स्थान 128 है। इसने आयरलैंड, कैलिफोर्निया , बंगलूरू, हैदराबाद और मुंबई में फ़िल्म सिटी और थीम पार्क की परियोजना पर काम किया है।
कंपनी 60 दिन में डीपीआर तैयार करेगी जिसमें डिवेलप्मेंट मॉडल और फ़ाइनेंशिएल ऑप्शन की रिपोर्ट सभी से बातचीत करके देगी। असल में मुख्यमंत्री ने 18 सितंबर को मेरठ मण्डल की समीक्षा के दौरान गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी स्थापित किये जाने के सम्बंध में नौएडा-ग्रेटर नौएडा तथा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये थे। फिल्म सिटी में रिसर्च एवं डवलपमेन्ट ऑफ सिनेमा, टीवी, औटीटी इण्डस्ट्री, डिजिटल स्पेस एण्ड प्रोडक्शन्स व सिनेमा हब आदि स्थापित किया जाना प्रस्तावित है।
यह प्रस्तावित फिल्म सिटी नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर से लगभग 6 किलोमीटर पहले स्थित है। सैक्टर- 21 से इस्टर्न पेरिफेरियल एक्सप्रेसवे की दूरी लगभग 12 किलोमीटर है, यह सैक्टर नौएडा ग्रेटर नौएडा एक्सप्रेसवे द्वारा दिल्ली से जुडा है। सात दिसम्बर 2020 तक 4 फर्मों द्वारा आवेदन किया गया था। इसके बाद परामर्शदाता संस्था के चयन की की कार्यवाही करते हुए टैक्निकल बिड एवं प्रस्तुतीकरण 11 दिसंबर को किया गया।
इन कंपनियों ने की थी शिरकत
एनडीएस आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड, सीपी कुकरेजा आर्किटेक्ट्स, सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड व एगिस इंडिया कंसलटिंग इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड ने टेंडर डाला था।