चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच) सेक्टर-16 में अचानक ऐसे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ गई है, जिनमें ऑक्सीजन का स्तर काफी कम है। इस स्थिति को संभालने के लिए अस्पताल प्रशासन को आइसोलेशन वार्ड में अलग से सेंट्रलाइज ऑक्सीजन सिस्टम लगवाना पड़ रहा है।

सामान्य दिनों में अस्पताल में ऑक्सीजन की डिमांड महज 1 से 2 मरीजों के लिए होती है, लेकिन इस समय ऐसे मरीजों की संख्या 40 से 50 तक पहुंच गई है। अस्पताल के पैरा मेडिकल स्टाफ का कहना है कि ऑक्सीजन की अचानक से बढ़ी डिमांड के कारण वार्ड की व्यवस्था संभालना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि अभी कुछ बेड पर ही इसकी सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में मरीजों को एक से दूसरे बेड पर शिफ्ट कर उन्हें ऑक्सीजन दिया जा रहा है।

क्योंकि वहां इन दिनों भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमितों में ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों की संख्या 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। उनके लिए अस्पताल प्रशासन को ऑक्सीजन सिलिंडर मंगवाना पड़ रहा है। उधर, नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की मांग की है।

ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन ने दो आइसोलेशन वार्ड के 40 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा सुनिश्चित करने की योजना बनाई है। इसके लिए काम शुरू भी कर दिया गया है। अगले 24 घंटे में 40 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मिलने लगेगी।

जीएमएसएच पर ज्यादा दबाव
मौजूदा समय में पीजीआई और जीएमसीएच-32 में ही कोरोना के गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जीएमएसएच-16 पर मरीजों का दबाव काफी बढ़ गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि आईसीयू के मरीजों को पीजीआई और जीएमसीएच-32 में रखा जा रहा है, जबकि बाकी पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन और क्वारंटीन सेंटर के अलावा जीएमएसएच-16 में भर्ती किया जा रहा है।

आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वार्ड में सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन सप्लाई शुरू करने की व्यवस्था लगभग पूरी कर ली गई है।

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