Modinagar – भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा प्रदेश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए वृहद जनजागरूकता अभियान चलाने के दिशा-निर्देंश दिए हैं। शुक्रवार से इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है।
बच्चों ने पॉलीथिन के प्रयोग से होने वाले पर्यावरण के नुकसान को लेकर जागरूकता रैली निकाली। बच्चों ने अध्यापकों के साथ गांव में सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्परिणामों का प्रचार प्रसार किया। दुकानदारों को पॉलीथिन के स्थान पर कागज के लिफाफा व जूट बैग के प्रयोग के बारे में बताया। प्रधानाध्यापक प्रदीप ने बताया कि बच्चों ने दुकानदारों को पॉलिथिन की जगह कागज के लिफाफे का प्रयोग करने को कहा। प्राथमिक विद्यालय नंबर दो के प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि स्कूल के बच्चों ने नेकपुर गांव में सिंगल यूज प्लास्टि के दुष्परिणामों का प्रचार प्रसार किया। दुकानदारों को पॉलीथिन के स्थान पर कागज के लिफाफे व जूट बैग के प्रयोग के बारे में बताया। स्कूल के बच्चे अपने घरों में प्लास्टिक बैंक बनाते हैं, जिसमें वह बिस्कुट टॉफी, कुरकुरे आदि के रैपर्स को इक्कठा रखते हैं, और विद्यालय में बने पॉलिथिन बैंक में जमा करते हैं।
कैडेट्स को सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की शपथ दिलाई गई
डॉ0 केएन मोदी इंटर कॉलेज के परिसर में प्रधानाचार्य एससी अग्रवाल ने सभी कैडेट्स को सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की शपथ दिलाई। प्रधानाचार्य ने कैडेट्स का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिंक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले सबसे प्रमुख कारकों में एक है। प्रधानाचार्य ने रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। एनसीसी अधिकारी प्रवीण जैनर के नेतृत्व में रैली हाईवे से होते हुए नगर में जनजागरण अभियान की शुरूआत की। रैली के दौरान कैडेट्स ने प्ले कार्ड व नारे लगाकर लोगों से प्लास्टिक का इस्तेमाल ने करने की अपील करते हुये आगाह किया कि कोई प्लास्टिक की थैली या संबंधित प्रतिबंधित सामग्री दे तो हम उसका उपयोग नहीं करके इसकी शिकायत करनी चाहिए, क्योंकि हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करने में सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है, जो आगामी समय में भी पृथ्वी को प्रदूषित करती रहेगी। प्लास्टिक वेस्ट एकत्रित करने में एनसीसी कैडेट्स चेतन, दिशान्त, शिवाए हिमांशु, लक्ष्य, सनन, मनन, मंजीत, शशांक आदि कैडेट्स का सहयोग रहा। इसके अतिरिक्त कई ग्रामों में भी प्राथमिक सकूलों के बच्चों ने जागरूकता रैली निकालते हुये संदेश दिया और कहा कि विद्यालय में जमा हुई पॉलिथीन को नगर निकाय या सड़क निर्माण में प्रयोग के लिए भेज दिया जाता है। दूध की थैलियों में बच्चे पौधे लगाते हैं और उन पौधों को अपने आसपास व नदी के किनारे पर रोपतें हैं। हर वर्ष एक बच्चा एक पेड़ को पालने की जिम्मेदारी लेता है सरकारी जमीन, नदी के किनारे, विद्यालय, अपने खेत में इन पौधों को रोपा जाता है। बताया कि इस वर्ष कई स्कूल के बच्चों ने वन विभाग के सहयोग से 500 थैलियां तैयार की है, जिसमें इमली, हारसिंगार, अर्जुन, नीम, अशोक, जामुन के पौधे तैयार किए हैं। जागरूकता रैली में ग्राम प्रधान बिल्किस, पंचायत सदस्य सुशील त्यागी, प्रीति चौधरी, मंजू, बृजेश, अंजना त्यागी, जाकिर आदि मौजूद रहें।