बड़ौत : हरियाणा के बल्लभगढ़ में सरेआम हुए निकिता हत्याकांड से महिलाओं में आक्रोश है। महिलाओं का कहना है कि ऐसे आरोपियों को बीच चौराहे पर फांसी पर लटका देना चाहिए। तभी आरोपियों में डर पैदा होगा।
अमृता शर्मा का कहना है कि अभी भी देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे है। जिस तरह निकिता हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, इससे लगता है कि बदमाशों में पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है। आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
मोनिका राठी का कहना है कि जब तक सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम नहीं उठाएगी, तब तक देश मेें निकिता हत्याकांड होते रहेंगे। ऐसे आरोपियों को समाज में बीच चौराहे पर लाकर फांसी पर लटका देना चाहिए।
क्षमा का कहना है कि दरिंदों के हाथ-पैर काटकर छोड़ देना चाहिए, ताकि अपराध करने से पहले बदमाशों को सबक मिल सके। उन्होंने सरकार से निकिता हत्याकांड के आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।
भारती चौधरी ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के बड़े-बड़ दावे करती है, लेकिन जिस ढंग से खुलेआम निकिता हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, लगता है कि अब महिलाएं अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है। पुलिस प्रशासन की लापरवाही यह है कि कई बार महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेती, जिसके बाद महिला आपराधिक घटना का शिकार हो जाती है।