बागपत : मामा के घर सगाई की खुशियों में शामिल होकर हंसी-खुशी लौट रहे दोस्तों पर मौत ने झपट्टा मारा। एक ही पल में खुशियां मातम में बदल गईं। एक घर के दो चिराग बुझे तो गम का पहाड़ टूट गया। गमजदा परिजन दिल्ली से रात में ही बड़ौत पहुंच गए। एक साथ चार लाशें देखकर हर किसी का दिल रो उठा।एडवोकेट कपिल कुमार दिल्ली के साकेत कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। निजी कंपनी में नौकरी करने वाले अपने भाई धर्मेंद्र के साथ शामली में मामा के बेटे के सगाई समारोह में शामिल होने आए थे। दोनों भाइयों में आपस में भी दोस्ती जैसा रिश्ता था। एकसाथ पांच दोस्त चलने के लिए राजी हो गए। लेकिन लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। दो सगे भाइयों की मौत के बाद उनके घर में तीसरा एक भाई रह गया है। लाशें देख बेसुध हो गया नरेश कुमारपुलिस मृतकों के शव और घायल नरेश कुमार को लेकर बड़ौत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची। देर रात एसडीएम बड़ौत दुर्गेश मिश्रा और सीओ बड़ौत आलोक कुमार भी सीएचसी पहुंचे और हादसे की जानकारी ली। नरेश कुमार ने जैसे ही चार दोस्तों की लाश एक साथ देखी, वह बेसुध हो गया।
डायरी से मिले नंबरों से किया संपर्क
गाड़ी में मिली डायरी की मदद से पुलिस की परिजनों से बात हो सकी। हादसे की जानकारी मिलते ही वह रात में बड़ौत पहुंच गए।
कार के उड़ गए परखचे
तेज गति से अनियंत्रित कार डिवाइडर से टकराई। हादसे में कार के परखचे उड़ गए। हादसा होते ही हाईवे से गुजर रहे वाहन चालकों में भी हड़कंप मच गया। क्षतिग्रस्त आई-20 कार के पीछे चल रहे वाहन भी चपेट में आने से बाल-बाल बच गए।