बागपत : गाधी गांव के किसान 31 अक्टूबर से डीसीओ कार्यालय परिसर में धरना दे रहे थे। वर्तमान केंद्र तक गांव की तंग गली से गन्ना ले जाना पड़ता है, जिससे दूसरी जाति के लोगों से झगड़े का डर रहता है। पिछले साल झगड़ा भी हुआ था। अगस्त में एक युवक की हत्या के बाद गांव में तनाव बढ़ गया है। इसलिए गांव में दूसरा क्रय केंद्र खोलने की मांग को लेकर धरना शुरू किया गया। पांचवे दिन बुधवार दोपहर सवा 12 बजे 65 वर्षीय सौराज सिंह पुत्र कंवल सिंह को दिल का दौरा पड़ गया। उनके पुत्र अनुज और अन्य किसान उन्हें बड़ौत के एक अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शाम करीब चार बजे किसान सौराज का शव धरनास्थल पर ले आए। इसी बीच धरना दे रहे किसान विनोद कुमार को दिल का दौरा पड़ने पर अग्रवाल मंडी टटीरी के एक अस्पताल में भर्ती कराया। किसान भोपाल सिंह की बुखार से हालत बिगड़ गई। एक किसान की मौत व दो की हालत बिगड़ने की सूचना से अधिकारियों के माथे पर पसीना आ गया। एसडीएम अनुभव सिंह व सीओ ओमपाल सिंह पहुंचे, लेकिन किसानों ने हंगामा कर दोनों को लौटा दिया। बाद में एडीएम अमित कुमार सिंह, एएसपी मनीष कुमार मिश्र व डीसीओ डा. अनिल कुमार भारती पहुंचे, तो किसान भड़क गए। किसानों ने उन्हें खरी-खोटी सुनाते हुए गांव से पलायन करने की चेतावनी दी। एडीएम ने क्रय केंद्र मंजूर कराने तथा सौराज के स्वजज को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने धरना खत्म कर दिया और सौराज का शव गांव ले गए। भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर, सपा के जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान, किसान कुलदीप, संजय चौधरी समेत अनेक किसान मौजूद रहे।
किसान बोले, हम मरने को तैयार हैं..आप पोस्टमार्टम कराइए
मृतक किसान शौराज सिंह का शव रख डीसीओ कार्यालय पर धरना दे रहे किसान अधिकारियों को देखते ही भड़क गए। कुलदीप आदि किसानों ने एएसपी से कहा कि हम मरने को तैयार हैं..आप हमारा पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर लीजिए साहब। अब हमें नहीं चाहिए गन्ना क्रय केंद्र। हम अपनी जमीन, मकान बेचकर गाधी गांव से पलायन कर जाएंगे। एएसपी मनीष कुमार मिश्र ने किसानों को समझाते हुए कहा कि हम पहले ही आपसे कह चुके हैं कि किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे। किसानों के भड़कने पर एडीएम अमित कुमार सिंह ने कागज दिखाते हुए कहा कि हम आपके लिए अलग गन्ना क्रय केंद्र बनवाने की रिपोर्ट आला अफसरों को दे चुके हैं।