मोदीनगर। विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों एवं संत समाज के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री आदि को एक प्रत्र प्रेषित कर मांग की है कि भारतीय संस्कृति एवं हिंदुओं की रक्षा के लिए सदैव आवाज बुलंद करने वाले डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को वाई श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, क्योंकि आतंकी संगठन जैश-ए-मौहम्मद उनकी हत्या के लिए उतारू है।
डासना मंदिर की नवमनोनीत महिला महंत चेतना नंद, अखिल भारतीय संत समाज व कई हिंदु संगठनों से जुड़े मोदीनगर के गांव रोरी निवासी बाबा परमेंद्र आर्य सहित कई हिंदूवादी संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि देश, प्रदेश में फैले इस्लामिक जेहाद व अन्य हिंदुत्व विरोधी इस्लामिक गतिविधियों के खिलाफ महंत यति नरसिंहा नंद सरस्वती सदैव आवाज बुलंद कर केंद्र व प्रदेश सरकारों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं, जिस कारण आतंकी संगठन जैश-ए-मौहम्मद द्वारा उनकी हत्या की गहरी साजिश की गई है। जिसका खुलासा हाल ही में दिल्ली पुलिस ने करते हुए कश्मीर निवासी जान मौहम्मद डार को पहाड़ गंज दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार कर उसके पास से एक पिस्टल, दो मैग्जीन, 15 जीवित कारतूस, भगवा रंग का कुत्र्ता, कलावा व पूजा का सामान आदि बरामद किया। जिसे साधु के भेष में यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या के लिए भेजा गया था, लेकिन सरस्वती महाराज ने हिंदु जागरण एवं इस्लामिक जिहादियों के खिलाफ जो बीड़ा उठाया है, उससे वह पीछे हटने वाले नही हैं। बाबा परमेंद्र आर्य के अलावा मोहित बजरंगी, रविंद्र त्यागी, अनिल यादव, धीरज फौजी, नीरज त्यागी, ब्रज मोहन सिंह, अक्षय त्यागी सहित अनेक अनुयायियों ने कहा है कि महंत यति नरसिंहा नंद ने जो कदम उठा लिया है, अब वह किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगा। प्राणों की परवाह न करते हुए वे किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे व हिंदुत्व की रक्षा तथा राष्ट्रहित में उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा आवश्यक है।