Modinagar | तहसील प्रशासन पर तानाशाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दर्जनों अधिवक्ताओं ने मुख्यालय पर हंगामा काटा। अधिवक्ताओं ने बताया कि पूर्व में मुख्यतारनामों के आधार पर विक्रय की गई भूमि का नामातंरण नहीं किया जा रहा है। आरोप लगाया कि ऐसा करके तहसील प्रशासन भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। बतादें कि पूर्व में भी कई बार तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग चुके है। अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन तहसील दिवस में सौंपा।
मोदीनगर तहसील बार के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ एडवोकेट राजकुमार गुप्ता के साथ बड़ी संख्या में अधिवक्ता एकत्रित होकर तहसील मुख्यालय पहुंचे और तहसील प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। अधिवक्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि शासन की ओर से कुछ समय पूर्व जनपद गाजियाबाद और गौतमबुधनगर में मुख्यतारनामों पर रोक लगा दी गई है। मगर तहसील प्रशासन शासनादेश के पूर्व हुए मुख्यतारनामों के आधार पर विक्रय की गई भूमि का नामांतरण नहीं कर रहा है। इस विषय में कई बार शिकायत भी की गई मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होने बताया कि अगर तहसील प्रशासन मनमानी करता रहा तो अधिवक्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगें। अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन एसडीएम शुभांगी शुक्ला को सौंपा।
मांगों से संबंधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
एसडीएम ने अधिवक्ताओं को समाधान का भरोसा दिया।
इस अवसर एडवोकेट पप्पू सिंह निहानिया,जगवीर सिंह,सुदेश शर्मा,राखी त्याागी,सोनी कुशवाह,अजीत कुमार,राकेश कुमार, जगपाल सैनी,सुनील तेवतिया,विनोद पाल,उन्मेशचदं शर्मा,रामकुमार कलकल आदि सहित दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहें।