आगरा में 25 दिन से लापता युवक का शव मिलने के बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस को दौड़ा लिया। आलम ये था कि दरोगा ने प्रधान के घर में घुसकर किसी तरह जान बचाई और छत से ही भीड़ के सामने हाथ जोड़ लिए। वहीं सिपाही मौके से भाग गए।
अछनेरा थाना क्षेत्र के मई गांव का 20 साल का दिनेश 1 जनवरी से गायब था। सोमवार को उसका शव एक खंडहर में फंदे से लटका मिला। ग्रामीणों का कहना है कि उसे मारकर शव लटकाया गया। पुलिस ने शिकायत पर भी उसे ढूंढने की कोशिश नहीं की ।
शव का पता तब चला, जब दिनेश उर्फ भूरा की मां पैज देवी रोज की तरह खंडहर मकान की छत पर कंडे (उपले) थापने गई थीं। एक कमरे से बदबू आने पर ग्रामीणों को सूचना दो। लोगों ने आकर दरवाजा खोला तो कमरे के अंदर युवक का शव लटका हुआ था। शव बुरी तरह से सड़ चुका है। इससे आशंका जताई जा रही है कि जिस दिन युवक लापता हुआ, उसी दिन उसकी मौत हुई है।
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंचीं। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोंकझोक हो गई। आरोप है कि इस दौरान एक सिपाही ने ग्रामीण के ऊपर बंदूक तान दी। इससे ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा लिया। दरोगा ने प्रधान के घर में घुसकर जान बचाई।
मौके पर पहुंचे एसपी देहात सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर और परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के साथ हुई मारपीट के बारे में जानकारी की तो एसपी देहात ने ऐसी घटना से इनकार किया है।