Modinagar गांव सारा में करीब 25 से 30 परिवारों के पलायन के मामले में पुलिस ने जब देखा की अब उसकी जमकर किरकिरी हो रही है तो आरोपी हिस्ट्रीशीटर को निवाड़ी पुलिस ने बुधवार सांय गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। हालांकि अभी आरोपित के खिलाफ कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है।
निवाड़ी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि आरोपित हिस्ट्रीशीटर भोला निवासी गांव सारा है। गांव के लोगों ने जो आरोप लगाए है, उनकी जांच की जा रही है।
बताते चले कि करीब एक महीने पहले गांव सारा में गोकशी हुई थी। जिसमें मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। लोगों का आरोप है कि गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर की शह पर पुलिस ने कई युवाओं को हिरासत में लिया था। जब उनके परिजन ने पुलिस से रिश्वत देने को मना किया तो युवाओं को हवालात में रखकर पीटा गया। इससे परेशान होकर सारा गांव के सानिद, यामीन, राहिल, कामिल, शौकीन, सलीम, इस्तेखार समेत दर्जनभर से अधिक लोगों ने तहसील में प्रदर्शन करते हुये पुलिस पर एक हिस्ट्रशीटर की शह पर कार्रवाही किए जाने का आरोप लगाया था। पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाही न किए जाने से क्षुब्ध हुए ग्रामीणों ने रविवार को अपने घर पर पलायन का नोटिस चस्पा कर दिया। कुछ लोग तो सामान बांधकर गांव से जाने भी लगे थे। मामले की गूंज लखनऊ तक पंहुची। पुलिस की किरकिरी होने पर पुलिस ने आरोपि हिस्ट्रीशीटर भोला को गिरफ्तार किया है।
सीओ की गोपनीय रिपोर्ट से खुल सकते है कई नकाब
पलायन प्रकरण की गोपनीय जांच सीओ सुनील कुमार सिंह को दी गई है। वे गोपनीय तरीके से जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय होगी। चर्चा है कि निवाड़ी थाने के कुछ दरोगाओं व पुलिस कर्मियों के नाम सामने आए हैं। उनका कहना है कि तमाम बिदुओं को शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। गांव के लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। बाबजूद इसके किसी भी ग्रामीण का पलायन नहीं होने दिया जायेंगा।