Muradnagar : दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गयी थी। उनके अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल हुए थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया चल रही थी। पुजारी के आह्वान पर सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्म शांति पाठ कर रहे थे। इसी दौरान एक तरफ की जमीन धंस गयी। परिणामस्वरूप दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला।
जैसे ही दो मिनट का समय पूरा हुआ और उन्होंने ओम शब्द का उच्चारण किया, पीछे से लैंटर का प्लास्टर गिरा। इसे देखने के लिए लोग पीछे मुड़े ही थे कि आगे से लैंटर ही भरभराकर गिर पड़ा। इस हादसे के वक्त बरामदे में 60 से 70 लोग मौजूद थे। गनीमत रही कि इनमें से 12 से 18 लोग बाहर की तरफ थे और प्लास्टर गिरते ही पीछे हटकर बरामदे से बाहर हो गए। लेकिन मृतक जयराम के करीबी लोग जो अंदर की तरफ थे, उन्हें मौका ही नहीं मिला और वह मलबे की चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि किसी को कुछ सोचने समझने का अवसर ही नहीं मिला। बल्कि यह पूरा घटनाक्रम महज 15 सेकेंड में हो गया और जो लोग खड़े होकर श्रद्धांजलि दे रहे थे, 15 सेकेंड के अंदर बरामदे मलबे के नीचे से जान बचाने के लिए चीख पुकार करने लगे।
मुरादनगर हादसे में मरने वालों व घायलों की सूची
दिग्विजय पुत्र मुकेश त्यागी निवासी मुरादनगर
प्रमोद कुमार पुत्र रामपाल निवासी गंगा विहार मुरादनगर
नितिन पुत्र इकबाल सिंह निवासी मुरादनगर
नेपाल सिंह पुत्र कालू राम निवासी मुदानगर
रोबिन पुत्र अज्ञात, पता अज्ञात
दिनेश पुत्र परमानंद निवासी कृष्णा कुंज मोदीनगर
उधम सिंह पुत्र रमेश निवासी डिफेंस कॉलोनी मुरादनगर
जयवीर पुत्र बलवीर सिंह निवासी मेरठ
सुरेश पुत्र दर्शन दयाल लोहियानगर गाजियाबाद
सुधाकर पुत्र हरवीर सिंह निवासी मसूरी
किशनपाल पुत्र प्रलोभ सिंह निवासी मुरादनगर
आठ लोग अभी अज्ञात में हैं, इनकी पहचान नहीं हो सकी है .