इसी वर्ष मुख्य परीक्षा के साथ बैक पेपर भरने के बावजूद कोरोना संक्रमण के चलते पेपर नहीं देने वाले प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के आठ हजार छात्रों को चौ.चरण सिंह विवि ने पास कर दिया है। विवि ने अभी स्नातक के छात्रों को राहत देते हुए पास किया है। जल्द ही सेमेस्टर के छात्रों को भी औसत नंबर देकर पास किया जाएगा। उक्त निर्णय फाइनल ईयर के छात्रों को छोड़कर अन्य सभी वर्षों पर लागू होगा। छात्रों को पिछले वर्षों में मिले सभी विषयों के नंबरों का औसत लेते हुए बैक पेपर में नंबर दिए गए हैं। विवि के इस निर्णय के बाद अब केवल सितंबर में हुई फाइनल ईयर की परीक्षाओं के ही बैक पेपर होंगे। प्रथम-द्वितीय वर्ष के छात्रों के बैक पेपर नहीं होंगे।
विवि ने गुरुवार को बीएड प्रथम जबकि बीए, बीएससी एवं बीकॉम प्रथम-द्वितीय वर्ष के बैक छात्रों को औसत अंक देते हुए रिजल्ट जारी कर दिया। विवि के अनुसार ये सभी छात्र वर्ष 2019 की मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे लेकिन अक्तूबर 2019 में हुए बैक पेपर में शामिल नहीं हो पाए। इन छात्रों ने मुख्य परीक्षा 2020 के साथ 2019 का बैक पेपर भरा, लेकिन कोरोना के चलते प्रथम-द्वितीय वर्ष के पेपर नहीं हुए। ऐसे में ये छात्र फेल हो गए थे।
परीक्षा समिति ने इन छात्रों को बीते वर्षों में पास पेपर के औसत नंबर को बैक पेपर में देने का निर्णय लिया था। इसी क्रम में छात्रों ने बीते वर्ष में जिन विषयों को पास किया है उन सभी का औसत अंक निकालते हुए बैक में नंबर दिए गए हैं। विवि ने एमफिल जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग द्वितीय सेमेस्टर का रिजल्ट भी जारी कर दिया है।