गाजियाबाद। आधार कार्ड बनवाने और इसमें अपडेट कराने में लोगों को पसीना निकल रहा है। नया आधार बनवाने और अपडेशन के लिए लोगों को 10-10 दिन बाद का स्लॉट मिल रहा है। आधार न बनने या इसमें गड़बड़ियां होने से लोगों की पीएफ की रकम नहीं निकल रही है तो विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति भी अटक गई है। मंगलवार को नवयुग मार्केट स्थित प्रधान डाकघर में आधार कार्ड बनवाने और अपडेट कराने पहुंचे लोगों को 3 दिसंबर तक का समय मिला है। एक ही घंटे डाकघर अधिकारियों ने 500 लोगों को टोकन बांट दिए। अब इन 500 लोगों में से रोजाना 50 लोगों को आधार के लिए बुलाया जाएगा।
मंगलवार को आधार कार्ड में नाम परिवर्तन और मोबाइल नंबर अपडेट कराने पहुंचे नंदग्राम निवासी जयप्रकाश को तीसरी बार भी मायूस होकर लौटना पड़ा। एक निजी कंपनी में कार्यरत जयप्रकाश को जरूरी काम से पीएफ निकालना है, लेकिन आधार कार्ड में नाम ही गलत होने और मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होने से पीएफ नहीं मिल पा रहा है। जयप्रकाश की तरह ही करीब 200 से ज्यादा अन्य लोग इसी तरह नवयुग मार्केट के डाकघर में आधार से जुड़े काम के लिए लोग सुबह छह बजे पहुंच गए थे। डाकघर अधिकारियों ने सुबह 11 बजे तक करीब 500 टोकन बांटे और उन्हें अलग-अलग दिन आने का स्लॉट दिया।
बावजूद इसके कई लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। डाकघर में रोजाना 30 से 35 लोगों का आधार का काम होता है। इसी के अनुसार लोगों को तारीख मिल रही है। जबकि काम कराने के लिए पहुंचने वालों की तादाद सैकड़ों में हैं। आधार के चलते ज्यादातर लोगों के महत्वपूर्ण काम अटके पडे़ हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से दी जाने वाली शैक्षणिक छात्रवृत्ति में आधार कार्ड से सत्यापन के चलते स्टूडेंट भी बड़ी तादाद में अपडेशन करा रहे हैं। 11वीं से लेकर पीजी तक के स्टूडेंट के सत्यापन के लिए आधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है। साथ ही आधार कार्ड में दर्ज नाम 10वीं के रिजल्ट से मिलना चाहिए। वहीं पीएफ और कई सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आधार कार्ड के मोबाइल नंबर पर ही ओटीपी आता है।