वडोदरा विश्वमित्री नदी के तट पर स्थित है. विश्वामित्री नदी का नाम महान ऋषि विश्वामित्र के नाम पर रखा गया है. पूर्व में वडोदरा के कई नाम बदले गए हैं.
वडोदरा की सरकारी वेबसाइट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पूर्व में लगभग 9वीं सदी के दौरान इसे अंकोट्टका कहा जाता था.
अंकोट्टका एक छोटा शहर हुआ करता था. फिलहाल वर्तमान में इसे अकोटा शहर के नाम से जाना जाता है. उस समय है पूरा क्षेत्र अंकोट्टका कहा जाता था.
अंकोट्टका जैन धर्म के लिए प्रसिद्ध था. उससे पहले भी शहर का नाम बदल गया है. जब बड़ोदरा में राजा चंदन का शासन हुआ करता था. तब उसे चंद्रावती के नाम से जाना जाता था.
इससे पहले वडोदरा को वीरवती और वीर क्षेत्र भी कहा जाता था. यानी वीरों की धरती. अंत में इसका नाम वडपत्रा हो गया.
बरगद के पेड़ के चलते इस शहर को वडपत्रा कहा जाता था. थोड़े समय बाद यही वडपत्रा वड़ोदरा हो गया. और फिर बाद में इसे बड़ौदा भी कहा जाने लगा.
Published at : 10 Apr 2024 09:24 PM (IST)