<p>हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए जगहों की कमी नहीं है. हिमाचल हर प्रकार के यात्रीओं का दिल से स्वागत करता है, चाहे वह प्राकृतिक सौंदर्य से प्रेरित हो, साहसिक रूप से प्रेरित हो, फोटोग्राफी के शौकीन हों, या जिन्हें इतिहास के बारे में जानने में रुचि हो. यहां कई अनोखे प्लेस हैं. यदि आप भी अपनी यात्रा में शांति की तलाश में हैं, तो यहां के गाँवों की ओर बढ़ें. यहां कई छोटे-छोटे गाँव हैं, जहां शहरों की तरह आपको बेशक उसी सुविधाओं की कमी होगी, लेकिन होमस्टे में ठहरकर और स्थानीय स्वाद का आनंद लेना भी एक अलग प्रकार का अनुभव होगा.</p>
<p>राक्छम गाँव किन्नौर ज़िले में स्थित है, जो यहां का एक शानदार हिल स्टेशन है. लगभग समुद्र स्तर से 10 हजार फीट की ऊँचाई पर स्थित इस गाँव को उसके आश्चर्यजनक दृश्यों के लिए जाना जाता है. बस्पा नदी इसकी सुंदरता को और बढ़ाती है. लंबे सेदर के पेड़, बर्फ से ढ़ाके हुए पहाड़, दूर तक फैले हुए घास के मैदान मन को आकर्षित करने का कोई मौका नहीं छोड़ते.</p>
<h3>मंदिर का भी करें दर्शन</h3>
<p>पर्यटक राक्छम गाँव आकर कई प्रकार की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं. आप यहां कभी भी आने का प्लान बना सकते हैं. चाहे सर्दी हो या गर्मी. हालांकि गर्मी सबसे अच्छा विकल्प है. आप ट्रेकिंग, हाइकिंग जैसी एक्टिविटी कर सकते हैं. राक्छम गाँव आकर, बस्पा उपनदी के किनारे बैठकर यादगार &nbsp;पल बना सकते हैं. यहां भगवान शिव का एक मंदिर भी है, इसके अलावा भगवान बुद्ध का मंदिर भी देखने योग्य है. यदि आपके पास समय हो, तो आप चितकुल का भी प्लान बना सकते हैं.</p>
<h3>कैसे पहुंचे राक्छम गांव</h3>
<p>हिमाचल प्रदेश के इस सुंदर गाँव आने के लिए आपको पहले शिमला पहुंचना होगा. आपको शिमला से अधिकांश स्थानों से बसें मिलेंगी. शिमला से एक बार सांगला तक यात्रा करनी होगी. गाँव की दूरी संगला से केवल 15 किलोमीटर है. &nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें : <a title="दिन में दो बार गायब होता है ये मंदिर, जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी" href="https://www.abplive.com/lifestyle/travel/this-shree-stambheshwar-mahadev-temple-disappears-twice-a-day-know-the-story-behind-it-2627098" target="_self">दिन में दो बार गायब होता है ये मंदिर, जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी</a></strong></p>

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *