अमृतसर. अमृतपाल सिंह केवल खालिस्तान समर्थक है या वह असल में ‘‘भिंडरावाले 2.0’’ है? सफेद चोला और गहरे नीले रंग की पगड़ी पहने तथा अक्सर हथियारबंद समर्थकों के साथ घिरे रहने वाला कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल कुछ समय से पंजाब में काफी सक्रिय है. अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला में सैकड़ों हथियारबंद लोगों द्वारा एक थाने में घुसने की घटना के केंद्र में रहा 29 साल का अमृतपाल वह नाम है जिसने केंद्र और राज्य, दोनों सरकार को निशाने पर लिया है. उसने सत्ता प्रतिष्ठान को झुकने और एक प्रमुख सहयोगी को रिहा करने के लिए मजबूर किया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी.

गुरुवार को अमृतपाल के कुछ समर्थकों ने हथियार लहराए, अवरोधक तोड़ दिए तथा अजनाला में एक थाने पर धावा बोल दिया, जहां अपहरण के एक मामले में आरोपी लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान को रिहा करने की मांग की गई. अधिकारियों के मुताबिक, झड़प के दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. रूपनगर जिले के चमकौर साहिब निवासी बरिंदर सिंह को कथित रूप से अगवा करने और पिटाई करने के आरोप में अमृतपाल सिंह और उसके 30 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

दुबई में रह चुका है अमृतपाल सिंह

दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को हाल में अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था. सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. यह कार्यक्रम मारे गए आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव मोगा जिले के रोड में आयोजित किया गया था. इससे पहले अमृतपाल सिंह अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट के कारोबार में काम करता था. अमृतपाल को उस संगठन का प्रमुख बनाया गया जिसे सिद्धू ने पंजाब के अधिकारों की रक्षा करने और सामाजिक मुद्दों को उठाने के नाम पर बनाया था.

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भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करने वाले अमृतपाल सिंह ने पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कुछ विवादित भाषण दिए हैं. अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला सिंह मारे गए आतंकी भिंडरावाले की तरह हथियारबंद लोगों के साथ घूमता है. अमृतपाल के कुछ समर्थक उसे ‘भिंडरावाले 2.0’ कहते हैं. उसने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हाल में कथित तौर पर धमकी दी थी, जिसमें कहा गया था कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा. इस महीने की शुरुआत में अमृतपाल सिंह ने अपने पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक सादे समारोह में ब्रिटेन में रहने वाली अनिवासी भारतीय (एनआरआई) किरणदीप कौर से शादी की.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपनी एनआरआई पत्नी के साथ अमृतसर में ही रहेगा जैसा कि वह युवाओं से विदेश नहीं जाने के लिए कहता रहा है, अमृतपाल सिंह ने कहा कि उसकी शादी ‘रिवर्स माइग्रेशन’ का एक उदाहरण है. अमृतपाल सिंह ने कहा कि वह और उसकी पत्नी पंजाब में रहेंगे.

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