Modinagar मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों का असर मोदीनगर में होता नहीं दिखाई दे रहा है। शासन के मुखिया के आदेशों को तहसील व पालिका प्रशासन नजर अंदाज कर रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर के हाइवे पर प्रतिदिन मोदी मंदिर से लेकर गिन्नी देवी कालेज व राजचौपले से कपड़ा मिल गेट तक लोग जाम का शिकार हो रहे है। स्वच्छता के नाम पर सफाई का कार्य भी फाइलो में सिमटा है। थोडी सी बरसात से पूरा मोदीनगर हाईवे जलमग्न हो रहा हैं। पार्किग की कोई समुचित व्यवस्था नहीं बनाई गयी है। अतिक्रमण तक नहीं हटाया गया है। बेरोकटोक डग्गामार वाहन चल रहे है।
बताते चले कि गतमाह मुख्यमंत्री ने जाम, अतिक्रमण, स्वच्छता, डग्गामार वाहनांे के खिलाफ आदि जनहित से जुडे मुद्दो पर कार्यवाही के आदेश दिये थे। जिसके तहत मोदीनगर तहसील प्रशासन ने प्लान तैयार किया और अतिक्रमण हटाने के नाम पर नोटिस देकर औपचारिकता निभाई। और नालो की सफाई के कार्यों को लेकर पालिका ने अतिक्रमण का चिहिंकरण कर कागजी कार्यवाही कर दी। पालिका प्रशासन की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि नालो की सफाई का कार्य ठीक से न हो पाने के कारण चंद मिनटो की बरसात से पूरा हाईवे जलमग्न हो जाता है। वाहन पार्किग की उचित व्यवस्था ना बनाये जाने के कारण अतिक्रमण के चलते प्रतिदिन लोग मिनटों का सफर जाम के चलते घंटो में करने को मजबूर हो रहंे है। इसे कहते हुये कोई अतिश्याोक्ति नहीं होगी कि तहसील व पालिका प्रशासन की नजरों में सीएम के आदेश कोई मायनें नहीं रखते है।