Modinagar दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में पिछले 10 दिन में मंकीपॉक्स के 5 संदिग्ध केस मिल चुके हैं। सुकून की बात ये रही कि 4 केस की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। यानि मरीजों को मंकीपॉक्स की पुष्टि नहीं हुई है। इससे एक बात तो जाहिर हो जाती है। वो ये है कि शरीर पर सामान्य दाने निकलने या किसी भी तरह की एलर्जी होने पर लोग उसे मंकीपॉक्स समझ रहे हैं और उसकी पुष्टि कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
डॉक्टर बोले- इस मौसम में एलर्जी के मरीज बढ़े
गाजियाबाद में एमएमजी अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एके दीक्षित ने कहा, बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन के मामले बढ़ जाते हैं। ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसमें कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जो मंकीपॉक्स को लेकर आशंकित हैं और अपनी जांच करा रहे हैं। हम उन्हीं केस में जांच के लिए सैंपल भेजते हैं, जिसमें हमें फंगल इंफेक्शन का तरीका सबसे अलग दिखता है। लेकिन लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। एलर्जी के मरीज डॉक्टरों की सलाह जरूर लेते रहें।
गाजियाबाद के सैंपल अब एम्स दिल्ली जाएंगे
गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर भवतोष शंखधर ने कहा, अब गाजियाबाद से मंकीपॉक्स जांच के लिए सैंपल एम्स दिल्ली भेजे जाएंगे। अभी तक ये सैंपल पुणे की एनआईवी लैब में जाते थे। वहां से जांच रिपोर्ट पांच-छह दिन में आती थी। अब एम्स से 24 से 48 घंटे में जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए किया गया है कि यदि किसी मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाए तो तुरंत उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा सके।
आइसोलेशन वार्ड बनाए, कंट्रोल रूम शुरू
मंकीपॉक्स को देखते हुए गाजियाबाद और नोएडा में 10-10 बेड के आइसोलेशन वार्ड बना दिए गए हैं। नोएडा सेक्टर-39 स्थित अस्पताल की बिल्डिंग में कंट्रोल रूम भी बन गया है। लोग 9675322717 और 989975203 पर कॉल कर मंकीपॉक्स से जुड़ा परामर्श ले सकते हैं। कंट्रोल रूम पर शिफ्टवार दो-दो डॉक्टरों की डयूटी भी लगाई गई है। इसी तरह मेरठ मेडिकल और जिला अस्पताल में पांच-पांच बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं।

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