Modinagar कानपुर के बाद एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहलाये जाने वाला कस्बा फरीदनगर का कारोबार तो दशकों पहले ही खत्म हो चुका है। जिसके कारण यंहा व्यापार करने वाले व्यापारी भी यंहा से पलायन कर चुके है। अब तो रह गया है तो केवल मामूली बाजार व चंद व्यापारी। लेकिन अब फरीदनगर अवैध कारोबार का गढ़ बनता जा रहा है।
थाना भोजपुर के अन्तर्गत पड़ने वाला कस्बा फरीदनगर इन दिनों अवैध शराब, जुआ व सट्टेबाजी का मुख्य केन्द्र बन गया है। इन दिनों यंहा बड़े पैमाने पर हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली आदि निकट के राज्यों से सस्तें दामों पर शराब लाकर बेची जा रही है। इसके अलावा इस कारोबार में लिप्त कारोबारी खुलेआम खाईबाड़ी से लेकर जुआ, सट्टेबाजी आदि का कारोबार भी खुलेआम करते नजर आते है। सूत्रों की माने करीब दर्जनभर से अधिक लोग इस कारोबार में लिप्त है और पुलिस की शह पर यह कारोबार दिन प्रतिदिन फलफूल रहा है। इस कारोबार में अधिकतर युवाओं की संख्या अधिक बताई जा रही है। यह युवा अपने नीजी वाहनों से हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली आदि राज्यों से कम कीमत पर अवैध शराब लाकर निकट के कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई कर मोटा मुनाफा कमा रहे है। सूत्रों का तो यंहा तक कहना है कि कमाई का एक हिस्सा थाना व पुलिस चौकी को भी सुविधा शुल्क के रूप में दिया जा रहा है। जिससे पुलिस भी अपना मुंह बंद किये हुये है। इन कारोबारियों को मार्ग से अधिक दूरी पर होने के चलते फरीदनगर सोने की मुर्गी साबित हो रहा है। शराब के कारोबार से मोटा धन कमाने के उपरांत कुछ कारोबारियों ने खाईबाड़ी से लेकर जुआ, सट्टा व कई गोरखधंधे आदि का कारोबार भी फैला लिया है। हर कारोबार के लिये पुलिस को अलग से सुविधा शुल्क दिया जा रहा है। वही इस संबन्ध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाही की जायेगी। उनके संज्ञान में इस तरह का कोई मामला नहीं है।