Modinagar – कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। एसडीएम की अध्यक्षता में तहसील प्रांगण में आयोजित की गई बैठक में कावड़ शिविर संचालकों व अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान यातायात, सुरक्षा के साथ ही हुड़दंग रोकने के लिए कई बिंदुओं पर सहमति बनी। 14 से 26 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा में कांवड़ियों का जहां संबंधित थानों में रिकार्ड जमा होगा, वहीं उन्हें परिचय पत्र साथ लाने को कहा जाएगा।
एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित थी। इस बार अधिक संख्या में कांवड़ियों के आने की संभावना है। बैठक का उद्देेश्य आमजन, कांवड़ सेवा समीतियों, पुलिस व अन्य एजेंसियों के पारस्परिक सहयोग से कांवड़ यात्रा को शांति पूर्वक संपन्न कराना है। इस वर्ष पूरे कांवड़ क्षेत्र को जोन और सेक्टर में विभाजित किये जाने की योजना पर विचार किया गया है। जिसमें अतिरिक्त पुलिस फोर्स व्यवस्था में लगेंगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन, सीसीटीवी का इस्तेमाल और इंटरनेट मीडिया मानिटरिंग को बढ़ाया जाएगा। वहीं एएसपी सदर गाजियाबाद ने नियमित सहयोग और समन्वय व सतर्क रहने पर जोर दिया। बैठक में हरिद्वार से दिल्ली व अन्य स्थानों के लिए मोदीनगर से होकर वापस जाने के लिए कांवड़ियों के लिए हाईवे के बाएं और को उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर व भंडारे हाईवे के बाएं ओर ही मुख्य मार्ग से 15 फीट दूर लगाए जाएंगे। हरिद्वार से आने वाले कांवड़ियों की संख्या, वाहन नंबर, मोबाइल नंबर व ग्रुप लीडर का नाम और मोबाइल नंबर की सूचना दें, ताकि उन पर नजर रखी जा सके। इतना ही नहीं डीजे एवं शिविरों पर बजने वाले गानों की मानिटरिंग भी की जाएगी। कांवड़ियों से अपील की जाए कि कोई ऐसा गीत न बजाएं जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों। संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की समय समय पर निरंतर चेकिंग होगी। बेहतर समन्वय बनाने के लिए कांवड़ यात्रा में नियुक्त किये जाने वाले नोड़ल अधिकारी कंट्रोल रूम में बैठेंगे। इतना ही नही पूरी कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह ने कांवड यात्रा के दौरान लगने वाले शिविर के संचालकों से चर्चा करते हुये उन्हें जरूरी हिदासयते दी और कहा कि खाने परने की वस्तुुओं पर विशेष निगरानी रखी जायें। कांवड़ियों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को परखना जरूरी है। इसके लिए फूड विभाग के अधिकारी तैनात किये जायेंगे। बैठक में शिविर संचालकों व आमजन ने अपने सुझाव भी प्रेश कियें जिन पर विचार किये जाने की बात कही गई है। इस अवसर पर शिवर संचालक व अनेक संभ्रात नागरिक मौजूद रहें।