मोदीनगर। करीब दो साल बाद स्कूल पहुंचे प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों पर पढ़ाई का दबाव न हो, इसके लिए अब विभाग ने उन्हें बड़ी राहत देने का फैसला किया है। बच्चों के साथ सहज व्यवहार रखते हुए, उन्हें किसी भी तरह की परीक्षा या टेस्ट न देने का फैसला स्कूल महानिदेशक ने किया। इस बाबत, दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
एबीएसए आरती गुप्ता ने बताया किए बच्चों को अभी फिलहाल किसी तरह की परीक्षा नहीं देनी होगी। उन्हें अब हर दिन एक घंटा हिंदी व एक घंटा गणित पढ़ाई जाएगी। पहले व दूसरे हफ्ते में बच्चों को एक शिक्षाप्रद कहानी भी सुनाई जाएगी। हर शनिवार के बच्चों के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन होगा और माह में एक बार स्कूल प्रबंध समिति की बैठक में अभिभावकों से बच्चों के लिए फीडबैक लिया जाएगा। बोलेए अन्य जो भी निर्देश मिले हैं उनकी जानकारी भी खंड शिक्षाधिकारी को दे दी गई है।
ई-पाठशाला पर रहेगा जोरः करीब दो सालों से जो कोरोना महामारी का दौर सभी के सामने आया तो सरकार ने बच्चों के लिए भी आनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी। हालांकि, एक समस्या तब आई जब अच्छी संख्या में वह बच्चे सामने आए जिनके पास संसाधन नहीं थे। इसके बाद सरकार ने फिर से आफलाइन पढ़ाई पर ही फोकस रखने का फैसला किया। हालांकि, जब स्कूल खुले तो बच्चों की उपस्थिति न के बराबर रही। ऐसे में स्कूल महानिदेशक ने पहले की तरह फिर से ई-पाठशाला पर जोर देने के निर्देश जारी कर दिए। खंड शिक्षाधिकारी आरती गुप्ता का कहना था, कि मोहल्ला क्लास, विद्यादान के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ा जाएगा।