तहसील क्षेत्र में फिलहाल कोरोना संक्रमण तो काबू में है, लेकिन पिछले कुछ दिनों के अंदर बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में आए हैं। खासकर वायरल और टाइफाइड के केसों में पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। दबे पांव बढ़े इस बुखार का असर कुछ यूं फैला है कि सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र पर वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में सैकडों की संख्या में मरीज परामर्श और इलाज के लिए पहुंच रहे है। एक अनुमान के मुताबिक सैकडों मरीज प्रतिदिन वायरल के ही सामने आ रहे हैं।

सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र के चिकित्सक डाॅ0 राजेश कुमार ने बताया कि यह बीमारी वायरस से होती है। इसमें कुछ मरीजों के शरीर पर चकत्ते व खुजली के भी लक्षण मिलते हैं। परिवार में मरीजों के संपर्क में आने वाले दूसरे लोगों में भी यह बीमारी होने का खतरा रहता है। इसके संक्रमण की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ती है। समय से इलाज होने पर यह जानलेवा नहीं होता है, बावजूद इसके इस बीमारी में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जैसे ही बुखार चढ़े फौरन डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।

बुखार और खांसी के केस तेजी से बढ़ने की वजह से पहले कोरोना संक्रमण फैलने का शक हुआ। चिकित्सकों के मुताबिक सभी मरीजों की एंटीजन कोविड जांच कराई है, हालांकि किसी में संक्रमण नहीं मिला। कई आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी हैं। हालांकि अब भी कुछ रिपोर्ट आना बाकी हैं।

प्रसिद्ध पारस हाॅस्पिट्ल, मोदीनगर के चिकित्सक डाॅ0 राजीव त्यागी ने बताया कि बुखार के अलावा अन्य नेत्र संबंधी परेशानी, हड्डी रोग व चेस्ट संबंधी परेशानी के मरीज भी बड़ी संख्या सरकारी व नीजी चिकित्सकों के पास पंहुच रहे है। पिछले कुछ दिनों में बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। उन्होंने लोगों से वायरल होने की दशा में तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लेने की बात कही है।

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