मोदीनगर। 25 जून 1975 को देश में घोषित आपातकाल काला दिवस पर सपा नेता सुरेंद्र त्यागी के आवास पर शुक्रवार को एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सपा के राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति ने की।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार अप्रत्यक्ष रूप से आपातकाल से भी ज्यादा हिटलर शाही रवैया अपना रही है । किसानों, मजदूरों, छात्रों व छोटे व्यापारियों का लगातार उत्पीडन कर रही है। धर्म और आस्था के नाम पर जनता की भावनाओं से खिलवाड़ कर जनता को बांट कर अंग्रेजों की तरह बांटो और राज करो की नीति अपनाकर सत्ता हासिल करती है और आगे भी करना चाहती है। देश में महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के साथ दिल्ली बॉर्डर पर उनकी मांगों पर विचार न करके किसानों को आतंकवादी, आंदोलन जीबी आदि कहकर बदनाम कर तानाशाह तरीके से आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर कोरोना बीमारी से मृतक गजेंद्र मलिक, सोहनलाल त्यागी व जयश्री सेन के प्रति दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई । गोष्ठी में मुख्य रूप से रालोद नेता सत्येंद्र तोमर, लोकतंत्र सेनानी सपा नेता सुरेंद्र त्यागी, राष्ट्रीय सचिव पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रमेश प्रजापति, कांग्रेस नेता सुनील शर्मा, राम भरोसे मौर्य, योगेंद्र पतला, कर्मवीर प्रधान, कालूराम धामा, कमलेश चैधरी, सोनिया सिंह, सुरेंद्र तेवतिया, रणबीर दहिया, धन प्रकाश, आसाराम त्यागी, उम्मेद सिंह, सतपाल मनोटा, जयप्रकाश त्यागी, नरेंद्र सिंह, अरुण दहिया, अजीत चैधरी, विजय पाल शर्मा, प्रदीप उर्फ कालू शर्मा व मनीष बंसल आदि मौजूद रहे ।
