शहर में हाइवे स्थित विभिन्न स्थानों पर संचालित रेस्टोरेंट खुल गए है। घर में रहते हुए ऊब चुके लोग रेस्टोरेंट में भोजन करते देखे जा रहे है। दोपहर को कुछ कम लोग आ रहे है, लेकिन सांय के समय लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे रेस्टोरेंट स्वामियों को उम्मीद है कि जल्द पहले की तरह व्यवस्था पटरी पर लौटेगी। किसी जगह 30 फीसद तो किसी रेस्टोरेंट में 50 फीसद तक लोगों ने बाहर का भोजन किया। करीब 52 दिन बाद रेस्टोरेंट खुले तो स्वामियों के चेहरे पर खुशी नजर आई। बोले कि रिस्पांस ठीक मिलने से उम्मीद है, कि एक महीने में पहले की तरह बिजनेस पटरी पर आ जाएगा।
मंगलवार को हाइवे स्थित फूड प्लाजा रेस्टोरेंट में दोपहर 2 बजे तीन टेबिल पर दोस्तों, परिजनों के साथ लोग भोजन करते नजर आए। सीएमडी में पवेलियन रेस्टोरेंट में भी दोपहर की अपेक्षा शाम को ज्यादा लोगों ने भोजन किया। दिन में 10 फीसद लोग ही आए लेकिन, शाम को 30 फीसद तक संख्या बढ़ गई। रेलवे स्टेशन के आसपास के रेस्टोरेंट सबसे ज्यादा गुलजार रहे। हाईवे पर होने के कारण व महंगे रेस्टोरेंट की अपेक्षा यहां आम आदमी के लिए भी भोजन करना सुविधाजनक होता है। सपना रेस्टोरेंट में 30 से 35 फीसद लोग आए और लजीज व्यंजनों का जायका लिया। विशाल मेंगामाटॅ में भी चहल पहल दिखाई दी। हाइवे स्थित ढाबों पर भी भोजन करते लोग दिखे।
विशाल मेगामाॅट में चहल-कदमी बढ़ी
कोरोना काल के सन्नाटे में घिरे विशाल मेगामाॅट में भी चहल कदमी दिखाई दी। अभी केवल कंपनियों के शोरूम, रेस्टोरेंट खुले हैं। घर में रहकर ऊब चुके लोगों ने विशाल मेगामाॅट का रुख किया और परिवार के साथ वहां खरीदारी करते हुए सेल्फी भी लीं। अधिकतर भीडभाड़ वाले स्थानों पर गेट पर सैनिटाइजेशन व तापमान चेक करके अंदर जाने दिया गया। सर्विस देने वाले कर्मचारी भी मास्क में नजर आए। एप्रेन, हाथों में दस्ताने, सिर भी ढका हुआ था। ग्राहकों को भी तापमान चेक करके अंदर आने दिया गया। लोगों का कहना है कि पिछले साल के अनुभव को देखते हुए इस बार अगर रिस्पांस अच्छा रहा तो एक से डेढ़ महीने में स्थिति सामान्य हो जाएगी।