इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मोदीनगर इकाई द्वारा शुक्रवार को राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाया गया। विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन विधायक को दिया गया।
योद्धाओं की रक्षा करो के नारे के साथ कोरोना काल में इलाज करते अपनी जान गंवाने वाले डाक्टरों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। अंत में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधायक डाॅ0 मंजू शिवाच को सौपा गया। आइएमए के अध्यक्ष डाॅ0 योगेश सिंघल ने कहा कि आइएमए अपने उन सभी 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी शहादत दी है। हमारे डॉक्टर 724 योद्धाओं की जान गंवा देने के बावजूद समर्पण भाव से स्वास्थ्य सेवा देते आ रहे हैं और कई डॉक्टर संक्रमित भी हो चुके हैं।
हिंसक घटनाओं में शामिल हुए डाक्टर
आईएमए के सचिव डॉ0 नरेश राघव ने कहा, कि पिछले दो सप्ताह के अंदर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और कई अन्य जगहों पर डॉक्टरों पर हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कई डॉक्टरों की हड्डियां भी टूटी और कई गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। महिला डॉक्टरों के साथ भी गाली-गलौच और हिंसक घटनाएं हुई हैं। आईएमए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हम उनसे केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आईपीसी की धारा और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल करने की अपील करते हैं।
प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने, दोषियों के खिलाफ फास्टट्रैक अदालत में सुनवाई और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रावधान की अपील करते हैं। हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करने के लिए डॉक्टरों ने काला बिल्ला, काले झंडे, काले मास्क, काली रिबन, काली शर्ट पहनकर नाराजगी प्रकट की। डाॅ0 योगेश सिंघल ने कहा कि जब तक हमारी ये सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में डॉ0 प्राची सिंघल, डॉ0 एसके गुप्ता, डॉ0 अवधेश तोमर, डॉ0 अनिल तनेजा, डॉ0 सतीश त्यागी, डॉ0 सरिता त्यागी, डॉ0 कविता शर्मा, डॉ0 विपिन अग्रवाल, डॉ0 विकास गुप्ता, डॉ0 रवि नेहरा, डॉ0 अर्चना तिवारी, डॉ0 बलदेव सिंह, डॉ0 पल्लवी मिश्रा, डॉ0 मोहित गुप्ता, डॉ0 संजीव गुप्ता व अन्य सदस्य उपस्थित रहे ।