मोदीनगर। गांव खंजरपुर में बुधवार की देर रात्री किसान की हत्या मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लेंगे है। हत्याकांड में शूटरों द्वारा 32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया जाना पाया गया है। पुलिस की फोरेसिंक टीम ने गुरूवार को पुनः घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर जांच पड़ताल की है, वही मृतक के पुत्र ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बताते चले कि मोदीनगर थानान्तर्गत गांव खंजरपुर में किसान टीटू चैधरी (48) अपनी पत्नी व पुत्र के साथ रहता था। वह प्रत्येक दिन रात को खाना खाने के बाद घेर में सोने के लिए जाता था। टीटू बुधवार रात 8.40 बजे खाना खाने के बाद सोने के लिए घर से घेर पंहुचा थे ओर वह जाकर चारपाई पर बैठे थे। इसी बीच गोली चलने की आवाज आई। गोली की आवाज सुनते ही जब लोग घेर में पहुंचे तो टीटू लहूलुहान हालात में चारपाई पर पडे़ थे। बदमाशों ने टीटू को कई गोली मारकर रखी थी। पुलिस जांच में टीटू को सात गोली लगने की बात कही जा रही है। सूचना पर पंहुचे थाना प्रभारी निरीक्षक मुनेंद्र सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे। रात्री में ही तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई हैं। गुरूवार को थाना प्रभारी निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह ने बताया कि अब तक की जांच में हत्याकाण्ड की वजह रंजिशन होना पाई जा रही है। पुलिस को हत्याकाण्ड से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे है, जल्दी ही शूटरों को गिरफ्तार कर हत्याकाण्ड का खुलासा कर दिया जायेंगा। पुलिस मृतक के पुत्र विकास से भी पूछताछ कर रही है।
यह एक जगत प्रसिद्ध लोकोक्ति है, जोकि हिन्दू धर्मग्रंथ रामायण, के एक अहम पात्र विभीषण के संदर्भ में उपयोग किया जाता है। लेकिन यहां पर रामायण की कहानी नहीं बता रहा हूँ, बल्कि गांव खंजरपुर में किसान टीटू चौधरी (48) की ताबड़तोड गोलियों से छलनी कर हुई हत्याकाण्ड में कही ऐसा तो नही कि हत्या के पीछे कही अपने ही विभीषणों का हाथ हो ओर सहानूभूति बटोरने के लिए हत्याकाण्ड के बाद से उनके हमदम बने हो। पुलिस ऐसे विभीषणों की भी जांच कर रही है।