मोदीनगर। पूर्व जिला पंचायत सदस्य व टीम शक्ति अन्याय निवारण ट्रस्ट की अध्यक्षा ने एक बार फिर एक पत्र जारी करते हुए स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा है कि आखिर क्यो बन रहे हैं स्वास्थ्य राज्यमंत्री हंसी के पात्र, क्यो नही संभल रहा उनसे स्वस्थ्य विभाग।
डाॅ0 दीपा ने सोशल मीडिया में वायरल किए पत्र में आरोप लगाते हुये सवाल खड़ें किए है कि सत्ताधारी दल के जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री से नीजी अस्पतालों, में मरीजों से इलाज के भुगतान की शिकायत कर रहे है। बाकी जनप्रतिनिधियों व महानगर अध्यक्ष द्वारा की गयी शिकायत तो एक बार को समझ में आता है, लेकिन शहर विधायक व सरकार के स्वास्थ्य राज्यमंत्री भी शिकायतकर्ताओं में शामिल है। उनका अपने ही विभाग से सम्बंधित शिकायत करना किसी मजाक से कम नही है।निर्धारित मूल्य से अधिक का भुगतान करना यदि मुख्यमंत्री के दौरे से पहले का है, तो स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने मुख्यमंत्री के दौरे से पहले हॉस्पिटलों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें गाजियाबाद आने पर उनका स्वागत क्यों नही किया ओर अगर प्रकरण मुख्यमंत्री दौरे के बाद का है तो शिकायत ओर कार्यवाही का समय प्रशासन को दिया जाना चाहिए, आखिर दो-चार दिन में ही मुख्यमंत्री से शिकायत कर राज्यमंत्री किस पर दबाव बनाना चाहते है।
डाॅ0 दीपा ने लिखा हे कि अगर अतुल गर्ग वाकई ईमानदारी से जनता का हित चाहते है तो उन्हें अपने विभाग से बजाए पत्र व्यवहार करने, विभागीय खामियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करने के दोषी विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए ओर अगर वो ऐसा करने में अपने को अक्षम महसूस करते है तो मुख्यमंत्री से आग्रह कर अपना विभाग बदलाव लेना चाहिए। जिससे जनता में हँसी का पात्र ना बने। इस पत्र के सोश्ज्ल मीडिया में जारी होने के बाद कई सवालियां निशान खड़ें हो गये है। डाॅ0 त्यागी ने कहा कि वह इस मामले को लेकर जनहित में अपनी लड़ाई जारी रखेंगी ओर जनता को भाजपा जनप्रतिनिधियों का असली चेहरा दिखाकर रहेंगी।