मोदीनगर। शुक्रवार को तहसील क्षेत्र में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच घरों में ही ईद की नमाज पढ़ी गई। पुलिस ईदगाहों व मस्जिदों के बाहर मुस्तैद रही। शहर के गणमान्य मुस्लिम समाज के लोगों ने भी अपने घरों में नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे को मोबाइल पर बधाई संदेश भेजे।
लॉकडाउन व कोरोना कफर््यू के चलते दूसरी बार इस बार ईद की चमक फीकी रही। मस्जिद बंद होने के कारण लोगों ने लाॅकडाउन का शतप्रतिशत पालन कर भाई चारे ओर कोरोना को हराने का संदेश दिया। सभी लोगों ने घर में ही नमाज अदा की। ईद के मौके पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। क्षेत्र की अधिकतर मस्जिदों पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी मुस्तैद रही ओर मुस्लिम क्षेत्रों में क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार सिंह व थाना प्रभारी निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह, थाना भोजपुर व निवाडी आदि के प्रभारियों सहित चैकी प्रभारियों ने भी मयपुलिस बल के मस्जिदों व मुस्लित बाहुल्य क्षेत्रों में गश्त करते हुए चैकसी बरती। लोग एक दूसरे को फोन करके ईद की बधाई और शुभकामनाएं दे रहे थे। इतना ही नही लोगों ने मुल्क की हिफाजद के लिए जंहा नमाज के दौरान अल्लाह से दुआ की, वही लोगों को एक दूसरे से गले न मिल पाने का मलाल तो रहा, लेकिन कोरोना को मात देने के लिए लोगों ने मुबारकबाद के लिए मोबाइल का ही इस्तेमाल किया।
शहर की शाही जामा मस्जिद, विजय नगर, सारा रोड की मस्जिदें व बिसोखर मस्जिद के अलावा निवाड़ी, भोजपुर, त्योडी, कलछीना आदि क्षेत्रों में मस्जिद सुनसान रही, वही एक दो को छोड़कर अन्य लोगों ने मस्जिदों में नमाज अदा नही की, बल्कि कोरोना व मुल्क की हिफाजद के लिय पूरी सावधानियां बरतने के साथ ही घरों में ही रहकर ईद की नमाज अदा करते हुए खुदा से मुल्क की बेहतरी व कोरोना को हराने की दुआ की।
इतिहास में शायद ऐसा दूसरी बार हुआ जब कि ईद के त्यौहार पर सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं की जा सकीं। इसकी कोई और वजह नहीं बल्कि कोरोना का संक्रमण हैं। मुस्लिम धर्माबलियों ने भी प्रशासन का पूरा सहयोग किया और घरों पर रहकर ही नमाज अदा की। शहर के नायब काजी कारी मौहम्मद आरिफ साहब ने कहा कि यह संकट की घड़ी है और कोरोना से निपटने के लिए हम लोगों को एहतियात बरतनी जरूरी है।