Rajasthan – डॉक्टर मां के तीन दिन पहले इस दुनिया से अलविदा कह देने के बाद 8 साल बी बच्ची का झकझोर देने वाला लेटर सामने आया है। बच्ची ने लिखा है- ‘मेरी मां इस दुनिया की सबसे प्यारी मां है। मेरे लिए वे वरदान थी। मैं उन्हें याद करती हूं। मैं इसलिए नहीं रोती हूं कि मैं रोने लगी तो सब रोने लगेंगे। मैं उन्हें पांच नामों से पुकारती थी।’
शांभवी राजस्थान के दौसा की डॉ. अर्चना शर्मा की बेटी हैं। वही डॉ. अर्चना, जिन्होंने अपने खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद जेल जाने के डर से सुसाइड कर लिया था।
डॉ. अर्चना शर्मा ने तीन दिन पहले जान दी थी। एक प्रसूता की मौत के बाद पुलिस ने उन पर हत्या का मामला दर्ज किया था। डर लगा कि अब वह जेल में चली जाएगी। डिप्रेशन में आ गईं और फंदे पर लटक जान दे दी। परिवार वाले सदमे में हैं। इस बीच उनकी 8 साल की बेटी शांभवी का एक इमोशनल लेटर शेयर किया जा रहा है। मां के नाम यह लेटर पढ़ हर कोई भावुक हो रहा है।
जब यह लेटर डॉ. अर्चना के पति डॉ. सुनीत उपाध्याय को मिला तो वे भी फूट-फूट कर रोने लगे। बोले- जब से अर्चना की मौत हुई है, वह कभी अपने दादा तो कभी दादी को लेटर लिखती है। यह लेटर लिखकर उसने मौसी के साथ भी शेयर किया था।
शांभवी अभी अपने ननिहाल जयपुर में है। शांभवी की मौसी उसकी देखभाल कर रही हैं। डॉ. अर्चना के पति डॉ. सुनीत ने बताया कि यह लेटर उसने झारखंड में रहने वाली एक फ्रेंड को शेयर कर दिया था। उसकी फ्रेंड ने यह लेटर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। यह लेटर पढ़कर डॉ. सुनीत फफक पड़ते हैं।
डॉ.अर्चना शर्मा (एमडी) स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। वे मेडिकल कॉलेज, गुजरात की एसोसिएट प्रोफेसर रही थीं। पति डॉ. सुनीत ने बताया कि अर्चना गोल्ड मेडलिस्ट थीं और अच्छी सर्जन थीं। महिला की मौत के बाद लोगों की धमकियों से परेशान व जेल जाने के डर में खुद ही जिंदगी हार गईं। डॉ. अर्चना ने सुसाइड नोट में लिखा कि शायद मेरी मौत ही मेरी बेगुनाही साबित कर दे।
इस घटना से पूरे देश में डॉक्टर्स आंदोलन पर उतर आए हैं। राजस्थान में डॉक्टर्स अभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। एक दिन डॉक्टर्स ने मरीज नहीं देखे। वहीं झारखंड में भी शनिवार को सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स मरीज नहीं देखेंगे। इसके अलावा मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में आंदोलन चल रहा है।
बीते सोमवार को एक प्रसूता की मौत के बाद पुलिस ने डॉक्टर पर हत्या का मामला दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज होने से डॉ. अर्चना डिप्रेशन में आ गईं और सुसाइड कर लिया। यह मामला इतना बढ़ गया कि डॉक्टर्स हड़ताल पर उतर आए थे। मामला बढ़ता देख गुरुवार को डॉ. अर्चना शर्मा सुसाइड केस में पुलिस ने भाजपा के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल व एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया। भास्कर की पड़ताल में सामने आया था कि जिस महिला की मौत हुई थी, उसके पति ने तो शिकायत पढ़ी ही नहीं थी। उसकी जगह किसी और ने उसे लिखा था।