यरूशलम: इमास और इजराइल को बीच जंग जारी है और फिलहाल इसके थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर नए युद्धविराम प्रस्ताव की प्रमुख मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए इसे खारिज कर दिया है। इस प्रस्ताव में युद्ध की समाप्ति और गाजा से सैनिकों की पूर्ण वापसी का जिक्र है। आतंकी संगठन हमास ने सोमवार देर रात एक बयान में कहा कि उसने मध्यस्थों को सूचित किया है कि वह अपनी मूल स्थिति पर कायम है, जिसे मार्च की शुरुआत में बताया गया था।
इजराइल ने नहीं दिया जवाब
हमास की तरफ से कहा गया है कि इजराइल ने ‘व्यापक युद्धविराम, गाजा पट्टी से (इजराइली सैनिकों की) वापसी, विस्थापित लोगों की वापसी और वास्तविक कैदियों की अदला-बदली’ की उसकी मूल मांगों का जवाब नहीं दिया है।
इजराइल-अमेरिका के बीच दरार
हमास के बयान से कुछ समय पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में बंदी बनाए गए सभी लोगों की रिहाई और तत्काल युद्धविराम करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इस संबंध में मतदान से इजराइल और अमेरिका के बीच गतिरोध पैदा हो गया है। अमेरिका ने सोमवार को मतदान में अपने ‘वीटो’ अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया। जवाब में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की प्रस्तावित वाशिंगटन यात्रा को निरस्त कर दिया। नेतन्याहू ने हमास की मांगों को खारिज कर दिया है।
हमास आतंकियों ने किया था हमला
गौरतलब है कि, इजराइल तमाम चेतावनियों के बावजूद रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है। गाजा की आधी से ज्यादा आबादी ने वहां शरण ले रखी है। हमास आतंकियों ने बीते साल सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमला कर दिया था जिसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 250 लोगों का अपहरण कर लिया गया था। गाजा में मरने वालों की संख्या लगभग 32,000 बताई है। आतंकी हमले के बाद से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। (एपी)
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