गंगटोक. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट में बताया गया कि सिक्किम में आत्महत्या की दर देश में सर्वाधिक है. रिपोर्ट के अनुसार, सिक्किम में प्रति एक लाख आबादी पर आत्महत्या की दर 43.1 प्रतिशत दर्ज की गई, इसके बाद अंडमान और निकोबार द्वीप में 42.8 प्रतिशत, पुडुचेरी में 29.7 प्रतिशत, केरल में 28.5 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में 28.2 प्रतिशत है. देशभर में 2022 में कुल 1,70,924 आत्महत्याओं के साथ राष्ट्रीय औसत दर 12.4 प्रतिशत रही.

रिपोर्ट के अनुसार, सिक्किम में 2022 में आत्महत्या के 293 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 27 अधिक हैं और आत्महत्या दर में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. सिक्किम में कुल 226 पुरुषों और 67 महिलाओं ने आत्महत्या की. पिछले साल राज्य में इन घटनाओं की सबसे बड़ी वजह बेरोजगारी (83 आत्महत्याएं) रही. साल 2011 की जनगणना के अनुसार, सिक्किम की जनसंख्या 6.10 लाख से अधिक है. इससे पूर्व के दो वर्षों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आत्महत्या दर सबसे अधिक रही थी. इसके बाद सिक्किम का स्थान आता था.

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दिल्‍ली में विदेशियों से बढ़ा अपराध
एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्‍ली में बीते वर्ष विदेशियों के खिलाफ अपराध के मामलों में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. साल 2022 में दिल्ली में विदेशियों के खिलाफ अपराध के कुल 40 मुकदमे दर्ज हुए थे, जो 2021 में दर्ज हुए 27 मामलों से अधिक हैं. इससे पहले साल 2020 में दिल्ली में दर्ज विदेशियों के खिलाफ अपराध के 62 मामलों की तुलना में कम हैं.

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दिल्‍ली में साइबर अपराध दोगुना
NCRB के आंकड़े बताते है कि दिल्‍ली में साइबर अपराध के मामले 2022 में लगभग दोगुने हो गए. एनसीआरबी के 2022 के व्यापक अपराध आंकड़ों से पता चलता है कि ऐसे मामलों की संख्या 2021 में 345 से बढ़कर 2022 में 685 हो गई. इसमें कहा गया है कि 2020 में साइबर अपराध के केवल 166 मामलों के साथ यह संख्या काफी कम थी.

Tags: Crime News, Suicide

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