Govinda Lok Sabha Election 2024: हिंदी सिनेमा के हीरो नंबर 1 गोविंदा ने एक समय इंडस्ट्री में इतना काम किया कि कई एक्टर्स को अपने घर बैठने पर मजबूर कर दिया. सिनेमा की दुनिया के बाहर से आए इस शख्स ने इंडस्ट्री में ऐसा तहलका मचाया कि उस दौर के कई स्टारकिड्स को इस नखरेले एक्टर के आगे काम ही नहीं मिल पाता था. पर्दे पर चमकने के बाद गोविंदा ने 2004 में कांग्रेस पार्टी के साथ चुनावी रण में दस्तक दी थी. चुनाव भी जीते और सांसद भी बन गए. अब 20 सालों बाद गोविंदा अपनी राजनीति की इस पारी को फिर से खेलने का मन बना रहे हैं. पर इस बार पार्टी भी नई है और गोविंदा का अंदाज भी. गोविंदा गुरुवार को शिवसेना से जुड़ गए और अब 2024 के चुनावी दंगल में ये भी दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. गोविंदा ने जो करिश्मा सिनेमा में किया, उसे जब उन्होंने दोहराना चाहा, तब वैसा जादू नहीं चला पाए और यूट्यूब चैनल पर अपने से आधी उम्र की एक्ट्रेसेस के साथ गाने रिलीज करते दिखे. 2 दशक बाद अब गोविंदा नई पार्टी का हाथ थाम कर चुनाव में उतर रहे हैं. पर क्या राजनीति की ये दूसरी पारी भी फिल्मी पारी जैसी फुस्स साबित होगी…? या इस बार गोविंदा पॉलीटिक्स के हीरो नंबर 1 बन जाएंगे… ? गोविंदा की कुंडली देख ज्योतिष गुरू व वास्तु एक्सपर्ट मृगेंद्र चौधरी ने उनके ग्रहों के बारे में जानकारी दी है. आइए जानते हैं क्या कहता है उनका भाग्य…
क्या कहती है गोविंदा की कुंडली
ज्योतिष गुरू मृगेंद्र चौधरी बताते हैं, इंटरनेट पर उपलब्ध कुंडली संग्रह तेंदुलकर के अनुसार गोविंदा का जन्म 21 दिसंबर 1963 है. उनक जन्म समय रात के 9 बजे और जन्म स्थान है विरार. इन सारी जानकारियों के आधार पर उनकी कुंडली कर्क लग्न की कुंडली बनती है. उनकी कुंडली में 6ठे स्थान पर मंगल, बुध, सूर्य और केतु बैठे हैं और 7वें स्थान पर शनि और शुक्र बैठे हैं. लग्नेश चंद्रमा अष्टम में बैठा हुआ है और ब्रहस्पति उत्तम स्थान में 9वें स्थान में यानी भाग्य के स्थान में अपनी राशि यानी मीन में बैठा हुआ है. इसी प्रकार राहु उच्च का होकर बारहवें स्थान पर बैठा हुआ है. उनकी कुंडली से जानकारी मिलती है कि 21 जनवरी 2014 से उनकी बुध की महादशा लगी है जो जनवरी 2031 तक रहेगी.
अपनी पत्नी सुनीता के साथ गोविंदा.
राजनीति में सफलता के लिए क्या होते हैं योग
ज्योतिष गुरू मृगेंद्र चौधरी बताते हैं कि सामान्य तौर पर राजनीति में सफलता के लिए लग्न दूसरा घर, चौथा, 7वां, 9वां, 10वां और 11वां घर स्ट्रॉन्ग होना चाहिए. इसमें 10वां स्थान पद प्रतिष्ठा को दर्शाता है और चौथा हाउस जनता के प्यार को और 7वां हाउस ये बताता है कि आप चुनाव जीत पाएंगे या नहीं. वहीं 9वां घर ये बताता है कि आपका भाग्य कैसा रहेगा.
गोविंदा को मिलेगा जनता का खूब प्यार
इस कुंडली के आधार पर अगर बात करें तो गोविंदा को जनता का भरपूर प्यार हमेशा मिलता रहा है और मिलेगा भी, क्योंकि इनके चौथे घर का मालिक शुक्र 7वें स्थान पर बैठा है और 7वें घर का मालिक शनि भी अपने ही घर में बैठा है. इनका भाग्य भी इनका खूब साथ देता है, क्योंकि उनका ब्रहस्पति स्वघर में यानी 9वें स्थान पर ही बैठा है. अगर समस्या की बात करें तो वो यहां दिख रही है कि इनका 10वें स्थान का मालिक है मंगल, वो छठे स्थान पर बैठा है और यही वजह है कि उन्हें पद-प्रतिष्ठा मिलने में दिक्कतें आएंगी. इसके साथ-साथ लग्नेश भी अष्टम घर में बैठा है तो ऐसा व्यक्ति फैसले भी नहीं ले पाता. ऐसा शख्स ओवरथिंक करता रह जाता है और ज्यादा समय तक अपने फैसले पर टिक नहीं पाता.
गोविंदा ने ‘इल्ज़ाम’ से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. गोविंदा ने अपने शानदार डांस और बेहतरीन कॉमेडी से अपने फैंस के दिल में एक खास जगह बनाई है.
ज्योतिष गुरू मृगेंद्र चौधरी का कहना है कि इस कुंडली के आधार पर बात करें तो 11 नवंबर 2001 से लेकर के 11 जनवरी 2005 तक गोविंदा पर शनि में शुक्र की दशा थी. यह इनकी लाइफ का गोल्डन टाइम था. इस वजह से 2004 में इलेक्शन जीते. जनवरी 2005 के बाद जैसे ही उनके शनि में सूर्य आया तो इनका डाउनफॉल स्टार्ट हो गया और सूरज उनका छठे स्थान पर बैठा हुआ है तो धीरे-धीरे, इससे बाहर हो गए. अब इनको बुध की महादशा लगी हुई है, इसलिए 2014 से ही इनका डाउन फॉर्म चला हुआ है. बुद्ध इनका छठे घर में बैठा हुआ है. बुद्ध का ये योग ही इनसे बहुत मेहनत करा रहा है पर इन्हें उसका उतना फल नहीं मिल रहा है. इनके जीवन का ये संघर्ष 2031 तक बना हुआ है. राहु इनका उच्च का बैठा है 12वें स्थान पर जिससे इनके नए-नए लिंक बनेंगे और उन्हें इसका फायदा भी होगा. इनके साथ नए-नए लोग जुड़ेंगे और इससे इनको खूब फायदा भी होगा. इस साल सितंबर के बाद गोविंदा को कुछ दिक्कतें झेलनी पड़ेगी जो 2026 तक चलेगी.
गोविंंदा लोकसभा चुनाव 2024 में राजनीति में कमबैक कर रहे हैं. साल 2004 में पहली बार गोविंदा राजनीति के मैदान में उतरे थे.
67 साल की उम्र में फिर नंबर 1 बनेंगे गोविंदा
मृगेंद्र चौधरी कहते हैं कि 2026 में इनके बुध में ब्रहस्पति आएगा और इनका फिर उदय शुरू हो जाएगा. इसी के साथ इन्हें प्रतिष्ठा मिलनी शुरू हो जाएगी. 2031 तक इनके जीवन में जो स्ट्रगल है वो कम हो जाएगी. लेकिन इस कुंडली की मानें तो गोविंदा के लिए 67 की उम्र में यानी साल 2031 से ही गोल्डन पीरियड फिर से शुरू होने वाला है. इन्हें हर झेत्र में सफलता मिलनी शुरू हो जाएगी. इन्हें पद-प्रतिष्ठा सब मिलेगा. यानी हम कह सकते हैं कि अमिताभ बच्चन की तरह ही गोविंदा को भी एक बार फिर बढ़ती उम्र में सफलता मिलेगी.
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FIRST PUBLISHED : March 29, 2024, 18:57 IST